बिलासपुर, 10 जून, 2020
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के संस्थापक अजीत जोगी के निधन के बाद से छजकां के भविष्य को लेकर संकट के बादल गहरा गए हैं। कल ही अजीत जोगी के बहेद करीबी माने जाने वाले ज्ञानेन्द्र उपाध्याय ने जोगी कांग्रेस को छोड़कर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया था। इसके बाद आज जोगी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वीरेन्द्र सिंह बघेल को बयान आया है। वीरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि किसी के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता, राजनीति में लोगों का आना-जाना लगा रहता है।
वीरेन्द्र सिंह बघेल मरवाही, पेंड्रा, गौरेला क्षेत्र में जोगी कांग्रेस के प्रमुख चेहरे हैं। प्रदेश प्रवक्ता की भूमिका निभा रहे वीरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि छजकां के सभी कार्यकर्ता अजीत जोगी के जाने के बाद अमित जोगी को अपना नेता मान चुके हैं। डॉ. रेणु जोगी और अमित जोगी के नेतृत्व में पार्टी उपचुनाव लड़ेगी और प्रदेश में साढ़े तीन साल बाद पहले से ज्यादा सीटें जीतकर आएगी।
ज्ञानेन्द्र उपाध्याय के कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर वीरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि अच्छा ही हुआ जो वो चले गए। उनकी वजह से छजकां के कई युवा और प्रतिभावान कार्यकर्ताओँ को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पा रहा था। उन्होंने कहा कि ज्ञानेन्द्र उपाध्याय को लेकर पहले से ही छजकां कार्यकर्ताओं में नाराजगी चल रही थी। वो खाते यहां की थे लेकिन गाते कांग्रेस की थे। इसलिये उनका चले जाना ही अच्छा है।
वीरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि मरवाही में जोगी कांग्रेस बहुत मजबूत है। बूथ से लेकर सेक्टर तक हमारे कार्यकर्ता कार्य कर रहे है और ये निष्ठावान कार्यकर्ता है जो स्वर्गीय अजित जोगी और अमित जोगी जी का कार्य वर्षो से करते आ रहे हैं। वीरेन्द्र ने कहा कि लाभ की राजनीति करने वालों की जगह जोगी कांग्रेस में नही है हमारी पार्टी नयी है। ये स्वर्गीय जोगी जी की पार्टी है और खासकर मरवाही के लिये तो जोगी जी इसको पार्टी ही नही समझा है उनके लिये तो ये घर है परिवार है।
वीरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि मरवाही क्षेत्र के हजारों युवाओं के फोन रोजाना अमित जोगी के पास आ रहे हैं वो सभी जोगी कांग्रेस में शामिल होकर स्वर्गीय अजीत जोगी के सपनों को साकार करने को उत्सुक हैं।