रायपुर,

विश्वसनीय छत्तीसगढ़ के बाद गढवो नवा छत्तीसगढ़ के नारे बुलंद कर रही सरकारों को जेठ की गर्मी में भी हरियाली ही नजर आ रही है। कहावत भी है ‘सावन के अंधे को हर तरफ सिर्फ हरा ही हरा दिखाई देता है’। सूबे में सरकार बदल गई लेकिन सड़कों की सूरत नहीं बदली। मुंगेली से नांदघाट तक के 46 किलोमीटर रोड पर इतने गड्ढे हैं कि समझ ही नहीं आता कि सड़क में गड्ढे हैं या फिर गड्ढों में सड़क है। पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार की कालिख को छुपाने के लिए सड़क पर कुछ जगह पैच वर्क किया भी है लेकिन ये पैच वर्क 45 डिग्री तापमान में उखड़ कर भ्रष्टाचार की फेयर एंड लवली की कलई अपने आप खोल दे रहा है।

मुंगेली से रायपुर, नांदघाट से मुंगेली या फिर आस-पास के हजारों लोग दिन भर इस सड़क से गुजरते हैं, इनमें कोई बीमार भी होता है, कोई बुजुर्ग भी होता है तो कोई प्रसव पीड़ा से छटपटाती महिला भी होती है, जो इस सड़क से गुजरती होगी, लेकिन लोकनिर्माण विभाग को इससे क्या, लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी तो लंबी आलीशान गाड़ियों में बैठकर फर्र से निकल जाते हैं। उनकी गाड़ियों के रेडियल टायर उन्हें सड़कों में हो रहे गड्ढों का अहसास तक नहीं होने देते। ऐसे में ये कहना सही साबित होता है कि वो क्या जाने पीर पराई, जाके पैर न फटी बिवाई।

प्रशासनिक उदासीनता और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी नांदघाट-मुंगेली सड़क पर 46 किलोमीटर का सफर कहने को महज आधे घंटे का सफर है। लेकिन इतनी दूरी को तय करने में डेढे से दो घंटे का वक्त लग ररा है। दोपहिया वाहन चालकों को इस सड़क पर सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों की मौजां ही मौजां:

आम कहावत है ‘अपना काम बनता, भाड़ में जाए जनता’ हर महीने लाखों की मोटी तनख्वाह पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के बैंक खाते में पहुंच रही है। अधिकारी प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी से बचने के लिए हिल स्टेशन पर छुट्टियां मना रहे हैं। मरम्मत के नाम पर अधिकारियों के कहने पर कर्मचारी घटिया स्तर का पैच वर्क कर रहे हैं। ये पैच वर्क ऐसा है कि गर्मी की मार सहन नहीं कर पा रहा है, वहीं मानसून की पहली बारिश होने पर ये पैच वर्क मिट्टी की तरह बह जाएगा।

जिले का सबसे प्रमुख वीआईपी मार्ग है यह रास्ता-:

मुंगेली-नांदघाट-दुर्ग मार्ग उच्च ट्रैफिक दबाव वाला मार्ग है। इस मार्ग से दो कैबिनेट मंत्री भी अपने-अपने क्षेत्र में आना-जाना करते हैं। मंत्री ताम्रध्वज साहू और रविन्द्र चौबे अक्सर इस मार्ग से आवाजाही करते हैं। जबकि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू लोकनिर्माण विभाग के मंत्री भी है। इन सबके बावजूद इस बेहद अहम मार्ग पर पैचवर्क के नाम पर जनता की आंखों में धूल झोंकी जा रही है।

नहीं सुधरी सड़क तो बारिश में बढ़ेंगे हादसे :-

बारिश आने में बस चंद दिन बाकी है, अगर वक्त रहते इस सड़क को नहीं सुधारा गया, गड्ढों को नहीं भरा गया तो बारिश में ये सड़क यमराज का दूसरा रूप बन जाएगी। गड्ढ़ों में पानी भरने से दोपहरिया वाहन चालक गिरेंगे और हादसे का शिकार बनेंगे।

मुख्यालय पर नहीं मिले जिम्मेदार-:

सड़क की बदहाल हालत को लेकर जब वेब रिपोर्टर की टीम ने मुंगेली जिला मुख्यालय स्थित PWD दफ्तर का दौरा किया तो पता चला कि बड़े साहब और छोटे साहब बिलासपुर में मकान लेकर रहते हैं और, रोजाना सरकारी वाहन से ही बिलासपुर से मुंगेली आप-डाउन करते हैं। जबकि राज्य के मुख्य सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग ने अपने स्टैंडिंग ऑर्डर में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यालय पर ही रहने के निर्देश दिए हैं और, जिला कलेक्टरों को इसकी निगरानी रखने को कहा है। इस मामले में मूँगेली कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे से मिलने कार्यालय पहुंचकर मुलाकात करने का प्रयास किया गया तो, पता चला कलेक्टर साहब भोजनावकाश पर गए हुए हैं।

 

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