रायपुर, मातृ शोक में डूबे मुख्यमंत्री के खिलाफ शराब बंदी को लेकर अपने बेटे द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणियों पर ग्राफ पूर्व मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के चीफ ने खेद जताया, अजीत जोगी ने कहा कि माँ की मौत अधिक गमगीन करने वाला दूसरा अवसर जीवन में नहीं हो सकता है। इस मौके पर भूपेश बघेल जी के खिलाफ अपने बेटे अमित के द्वारा की गई टिप्पणियों पर मैं गहरा दुःख प्रकट करता हूं। और उसकी इस गलती पर खेद प्रकट करता हूँ। 

अपने ट्वीट पर पिता के एतराज और खेद प्रकट करने पर अमित जोगी को भी अपनी गलती का एहसास हो गया और फिर कुछ देर बाद ही ट्विटर पर लिखते हुए अमित जोगी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि मुझमे राजनीतिक समझ और परिपक्वता की कमी है और, इसी कारण से मुझे यह गलती हो गई है।

हम आपको बताते हैं कि पिछले कुछ दिनो से जांजगीर चंद जिले के बाराद्वार में जनता कांग्रेस शराब बंदी को लेकर धरना-आंदोलन के बाद पार्टी के कुछ स्थानीय नेता और कार्यकर्ता अनशन पर बैठ गए थे।

इस आंदोलन को लेकर 7 जुलाई रविवार को अपना समर्थन देने की बात करते हुए अमित जोगी ने ट्विटर पर वह सब कुछ लिखा, जिसकी वजह से न सिर्फ ट्विटर पर लोगों ने ट्रोल करना शुरू कर दिया बल्कि उनके पिता अजीत जोगी को भी बयान जारी कर अपने बेटे के इस तरह के बर्ताव पर एतराज करते हुए खेद प्रकट करना पड़ गया। जबकि ठीक इसी दिन मुख्यमंत्री की माता-श्रीमती बिंदेश्वरी बघेल की उपचार के दौरान मृत्यु से मुख्यमंत्री मातशोक में गमगीन चल रहे थे।

भूतपूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के राजनीतिक जीवन में यह पहला अवसर देखने को मिला, जब वो इतने मर्माहत दिखे, वो भी अपने एकलौते बेटे की वजह से। अजीत जोगी के खेद प्रकट करने के बाद भले ही अमित जोगी ने गलती सुधारते हुए माफी मांग कर अपने अंदर की राजनीतिक समझ और परिपक्वता की कमी की बात सरेआम कबूल तो कर ली। लेकिन इससे न सिर्फ उनके राजनीतिक कैरियर बल्कि उनकी पार्टी के भीतर अहमियत पर भी सवाल खड़े होते नज़र आ रहे हैं। घोषित तौर पर उन्हें अजीत जोगी के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता है, ऐसे में अमित जोगी के द्वारा अपनी कमजोर राजनीतिक समझ का इकरारनामा छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के बेहतर भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं माना जा सकता है।

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