लंदन , 24 जुलाई
बोरिस जॉनसन औपचारिक तौर पर ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री बन गए हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उन्हें बुधवार शाम प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। इससे पहले थेरेसा मे ने बकिंघम पैलेस जाकर औपचारिक तौर पर अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिसके बाद जॉनसन ब्रिटेन की महारानी से मिलने बकिंघम पैलेस गए और उन्हें ब्रिटिश संसद के प्रथम सदन हाउस ऑफ कॉमन्स का विश्वास हासिल होने का भरोसा दिलाया।
जॉनसन ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड के 55वें प्रधानमंत्री हैं, जबकि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के कार्यकाल में ब्रिटेन के 14वें प्रधानमंत्री हैं। राजकुमारी एजिलाबेथ ने 1952 में अपने पिता जॉर्ज छठे के निधन के बाद ब्रिटेन की महारानी का पदभार संभाला था और तब उनके कार्यकाल के पहले प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल थे। जॉनसन जब महारानी से मिलने बकिंघम पैलेस जा रहे थे तब कुछ लोगों ने उनका विरोध भी किया।
ब्रिटेन का प्रधानमंत्री नियुक्त होने के बाद जॉनसन 10, डाउनिंग स्ट्रीट रहने चले गए हैं, जो ब्रिटिश प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास है। यहां बतौर पीएम अपने पहले संबोधन में उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा कि ब्रेक्जिट संभव होकर रहेगा और यह 31 अक्टूबर की निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा होगा। उन्होंने दो टूक कहा, ‘समय आ गया है, ब्रेक्जिट अब दूर की कौड़ी नहीं रह गया है।’ उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन के लोगों को डील के बगैर भी ब्रेक्जिट के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
बोरिस जॉनसन ने कंजरवेटिव पार्टी के नेता का चुनाव मंगलवार को जीता। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी जेरेमी हंट को हराया। पूर्व विदेश मंत्री जॉनसन को इस चुनाव में जहां 92,153 वोट मिले, वहीं मौजूदा विदेश मंत्री हंट को 46,656 वोट मिले।