रायपुर, 03 सितंबर
आपने पुलिसवालों को रस्सी का सांप बनाते हुए और किसी आदमी को हवालात में पीट-पीटकर भूत बनाते हुए खूब देखा और सुना होगा। लेकिन यहां मामला उलटा है। राजधानी रायपुर के आजाद चौक थाने की पुलिस को भूत का खौफ खाये जा रहा है। आजाद चौक थाना क्षेत्र में चलने वाली डायल 112 गाड़ी पर रात के वक्त गश्त करने से हर पुलिसवाला कतरा रहा है।
वजह जानकर आप चौंक जाएगें। वजह है गाड़ी में भूत का होना। पुलिस की गाड़ी में भूत ! ये सुनने में जितना अटपटा लग रहा है उतना ही सच है। रायपुर में चलने वाली डायल 112 गाड़ियों में से एक गाड़ी पर रात के वक्त जाने से हर पुलिसवाला बचना चाह रहा है।
रात में गला दबा देता है भूत
डायल 112 गाड़ी पर गश्त करने वाले पुलिसवालों का कहना है कि रात के वक्त भूत उनका गला दबा देता है। पुलिसवालों के मुताबिक जब भी वो रात में इस गाड़ी को लेकर निकलते हैं उन्हें किसी अदृश्य शख्स के गाड़ी में होने का अहसास होता है। गाड़ी को सड़क किनारे खड़ी करके जब भी पुलिवालों को झपकी लगती है तो भूत उनका गला दबा देता है।
गाड़ी में कराया टोना- टोटका
भूत के साये से खौफजदा पुलिसवालों ने गाड़ी में पूजा पाठ कराया है। गाड़ी में नींबू-मिर्च, हनुमान चालीसा, गंगाजल जैसी चीजे रखी हैं। यहां तक कि एक बैगा से गाड़ी को बंधवाया हुआ भी है, उसके बाद भी पुलिसवालों के मन से भूत का खौफ कम नहीं हो रहा है। जिस पुलिसवाले की रात को ड्यूटी इस गाड़ी पर लगती है वो रो-रोकर अपनी रात इस गाड़ी पर काटता है।
पुलिस अधिकारी हैरान
पुलिस की गाड़ी में भूत का साया होने की खबर मीडिया में छपने के बाद पुलिस के आला अफसर हैरान हैं। पुलिस अफसरों के मुताबिक कुछ आरक्षक रात की ड्यूटी से बचने के लिए भूत-प्रेत के साया होने की अफवाह उड़ा रहे हैं। भूत-प्रेत कुछ नहीं होता है। अफसरों ने जवानों की इस हरकत को शर्मनाक करार दिया है और मामले की जांच बिठा दी है।
पुलिस के पास जाने से जब हर इंसान खौफ खाता है, उस खाकी के पास भूत कैसे पास फटक सकता है, ये हमारी भी समझ से बाहर है। क्या भूत को हवालात में बंद होने का खौफ नहीं है। क्या भूत को नहीं पता कि वो सरकारी काम में बाधा डालने और नौकरी पर तैनात पुलिसवाले का गला दबाने के जुर्म में कई सालों के लिए अंदर हो सकता है।
इतनी सारी जानकारी होने के बाद भी अगर भूत पुलिसवालों की नाक में दम किये हुए है तो इसकी जांच जरूरी है कि आखिर वो कौन और किसका भूत है, जो अब तक दो दर्जन पुलिसवालों को गाड़ी में खुद के होने का अहसास अदृश्य रूप में करा चुका है। लेकिन मजे की बात की बात ये है कि इन पुलिसवालों को दिन के वक्त इस गाड़ी पर ड्यूटी करने पर कभी भूत दिखाई नहीं दिया।
QRT की तरह काम करती है डायल 112
डायल 112 सर्विस भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरु की गई थी। मकसद था 112 नंबर डायल करने पर लोगों को तत्काल पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की सुविधा मुहैया कराना। 112 नंबर सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ा है, जब भी कोई मुश्किल में होता है तो वो तीन जगह फोन न करके सीधे 112 पर कॉल करके पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की सुविधा पा सकता है। सरकार ने डायल 112 नंबर को एक्के नंबर सब्बो बर नाम से अभियान भी चलाया है। राजधानी के हर पुलिस थाने के प्रमुख पॉइंट पर ये गाड़ियां दिन-रात खड़ी रहती हैं।