रायपुर,
आज हम पत्रकारिता के 4 G संस्करण में हैं, जहाँ सूचनाओं का वैश्विक प्रसार ऊंगलियों की एक हरकत पर सेकेंडों में हो जा रहा है। अब विश्व के किसी सुदूर क्षेत्र की कोई छोटी से छोटी खबर या सूचना मीडिया हाऊसों के मालिकों की मर्जी का मोहताज नहीं रहीं, सेकेंडों में ये बाहर आ रही हैं और एक क्लिक पर वैश्विक प्रसार पा रही हैं। यह काम दो स्तरों पर हो रहा है- एक तो हर कोई फेसबुक, ट्विटर या ह्वाट्स एप्प पर कुछभी अपलोड कर दे रहा है जिसे सोशल मीडिया का नाम दिया गया है तो दूसरे स्तर पर कतिपय दक्ष पत्रकारों द्वारा न्यूज़ पोर्टल या खबरिया वेबसाईट पर। हमारा संबंध इस दूसरे स्तर से है।
वैश्विक प्रसार के कारण अब तक की मीडिया फार्मेट में सबसे ज्यादा तेज़ गति से पहुँच में सक्षम है यह वेब पत्रकारिता। लेकिन जितनी ताकत इस फार्मेट में है उतनी ही इसके दुरूपयोग की आशंका भी है। अफवाह और खबर के बीच का भेद इसने मिटा कर रख दिया है। पत्रकारिता के बुनियादी समझ से अनजान या अल्पज्ञान वाले लोग भी वेबसाईट खोल कर मुख्य संपादक बन बैठे हैं और बगैर यह जाने की इस महाताकतवर मीडिया का क्या नकारात्मक प्रभाव समाज पर पड़ेगा वो कुछ भी अपलोड़ कर दे रहे हैं। ऐसे में बड़ी जरूरत है वेब पत्रकारिता को नियमों में बांधने की, हमारी समझ में थोपे गए नियमों की तुलना में स्वनियमन ज्यादा असरकारी और महत्तवपूर्ण होते हैं। साथ ही वेब पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष, उनकी अधिमान्यता के लिए शासन के साथ सम्पर्क, उनके अधिकारों की रक्षा, उनके प्रशिक्षण, उनके व्यवसाय को आकार देना आदि के उद्देश्य से वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया WEB JOURNALISTS’ ASSOCIATION Of INDIA (WJAI) की बुनियाद पड़ी।
यह न सिर्फ देश का पहला वेब पत्रकारों का संगठन है बल्कि बड़ी मेहनत कर इसने वेब पत्रकारिता की आचार संहिता तैयार की है जो स्वनियमन के रूप में इसके संविधान का हिस्सा है। इसका सांगठिनक ढ़ाँचा जिले से लेकर राष्ट्रीय कार्य समिति तक विस्तृत किया गया है। साथ ही राष्ट्रीय कमेटी की उपसमितियों में न्यायिक अधिकारों से संपृक्त WEB JOURNALISTS’ STANDARD AUTHORITY (WJSA), वेब पत्रकारिता के व्यवसाय को आकार देने के निमित्त WEB JOURNALISTS’ TECHNICAL COMMITTEE (WJTC), वेब पत्रकारिता के नियमित अनुश्रवण की उपसमिति आदि समितियाँ गठित की गई हैं। साथ ही संगठन ने एक वेब पत्रकार कल्याण कोष बनाया है जिससे आड़े वक्त में जरूरतमंद वेब पत्रकारों को राहत मुहैया कराई जा सके।
WEB JOURNALISTS’ ASSOCIATION OF INDIA से देश भर के करीब दो सौ न्यूज़ वेबसाईट या पोर्टल जुड़े हुए हैं और साथ ही इससे चालीस पैंतालिस साल से पत्रकारिता कर रहे पत्रकारिता आईकॉन जुड़े हुए हैं। मुख्य संरक्षक प्रसिद्ध राजनैतिक सामाजिक विश्लेषक, पूर्व महासचिव ब्राडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन एन. के. सिंह हैं तो वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार आनन्द कौशल, महासचिव अमित रंजन और कोषाध्यक्ष कई समाचार पत्रों के संपादक रहे वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाश अश्क हैं।
वरिष्ठ पत्रकार रजनीशकांत, हर्षवर्धन द्विवेदी, माधो सिंह,
आशीष शर्मा ऋषि, सुरेश त्रिपाठी, निखिल केडी वर्मा आदि दर्जनों पत्रकार संगठन से जुड़े हैं। संगठन सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत निबंधन की प्रक्रिया में है।
निबंधन के पूर्व ही संगठन ने वेब पत्रकारों के लिए बिहार में बड़ी सार्थक पहल की है जिसका परिणाम बहुत जल्द शासन की घोषणा के रूप में मिलने वाला है। संगठन की सदस्यता दो स्तर की है- वेबसाईट और वेब पत्रकार। एक वेबसाईट से फिल्हाल चार व्यक्ति संगठन की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।