रायपुर, 9 अगस्त 2019
श्री रावतपुरा सरकार इंटरनेशनल स्कूल, धनेली के बच्चों ने अपने हाथों से बनाई हुईं राखियां पुलिस के जवानों को भेजी हैं। पुलिस की ड्यूटी कितनी मुश्किल भरी और चुनौतीपूर्ण होती है। इसे समझाने के लिए ‘राखी विद खाकी’ कार्यक्रम का आयोजन एसआरआई स्कूल में किया गया था। जिसमें 6 से 12 वर्ष आयु वर्ग के करीब 175 बच्चों ने हिस्सा लिया।
एसआरआई स्कूल के एडमिनिस्ट्रेटिव विभाग ने बच्चों की बनाई राखियां रायपुर ग्रामीण के एडीशनल एसपी तारकेश्वर पटेल को भेंट की हैं। एडीशनल एसपी बच्चों की बनाई राखियां पाकर बेहद खुश हुए। उन्होंने कहा कि पुलिस के जवान हर तीज-त्यौहार में चौबीसों घंटे लोगों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं, ऐसे में कई बार पुलिस के जवानों की कलाईयां सूनी रह जाती हैँ। लेकिन बच्चों की भेजी गईं इन राखियों को वे जवानों को वितरित करेंगे और उनसे मासूमों की हरदम सुरक्षा करने का वादा लेंगे।
पुलिस और खाकी का खौफ बच्चों के मन से दूर करने के मकसद से एसआरआई स्कूल, धनेली में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें बच्चों को पहले पुलिस की कार्यशैली और उसकी महत्ता को बताया गया। इस मौके पर एक डॉक्यूमेंट्री भी बच्चों को दिखाई गई। जिसमें पुलिस के जवानों के किये गये बेहतरीन कामों को शामिल किया गया था। डॉक्यूमेंट्री देखने के बाद बच्चों के मन से खाकी का डर दूर हुआ और अपनी राखी को सुंदर और दूसरे से बेहतर तैयार करने में जुट गए।
‘राखी विद खाकी’ कार्यक्रम के सफल आयोजन पर स्कूल के डायरेक्टर डॉ. अनिल शर्मा ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि वे खुद एयरफोर्स के सेवानिवृत्त ग्रुप कैप्टन है। पुलिस और सेना से जुड़ी समस्या और जवानों की भावनाओं को बखूबी समझते हैं। बच्चों के कोमल हाथों से बना तोहफा पाकर तमाम जवान अपना दर्द और पीड़ा भूल जाते हैं।