रायपुर,

5 जून यानि विश्व पर्यावरण दिवस सिर्फ एक रस्म अदायगी का दिन नहीं है बल्कि आने वाली नस्लों को सांस मुहैया कराने का दिन है। विश्व में घटते जंगल और बढ़ते प्रदूषण से हवा, पानी और मिट्टी जहरीली होती जा रही है। मनुष्य हर सांस में जहर खींच रहा है और हर घूंट में अपने अंदर जहर निगल रहा है।

Plant a tree, Plant a life 

हमारी और आपकी आने वाली नस्लें सुरक्षित रहें, उनको खुली हवा में सांस लेने का अवसर मिले, इसके लिए 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर सिर्फ फोटो खिंचवाने भर की रस्म मत निभाइयेगा बल्कि जितनी ज्यादा संख्या में पौधे लगा सकते हों, लगाना जरूर और हां इन पौधों को लगाकर भूल मत जाना बल्कि अपने बेटे-बेटियों की तरह इन पौधों को सींचकर बड़ा करने की जिम्मेदारी भी निभाना जरूर। घटे जंगल और बढ़ती आबादी के बीच हर साल देश का वन क्षेत्र घटता जा रहा है।

पर्यावरण बचेगा तो ज़िंदगी बचेगी

ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ना और हिमखण्डों का पिघलना, समुद्रतल का ऊपर उठना, हर साल चक्रवाती तूफानों की गति और संख्या में हो रही वृद्धि बिगड़ते पर्यावरण संतुलन का ही नतीजा है। हमारे आज और कल के लिए पर्यावरण को बचाना बेहद जरूरी है। पर्यावरण शुद्ध, हरा-भरा रहेगा तब ही हम जी पाएंगे, सांस ले पाएंगे, अपनी नस्लों को सुरक्षित कर पाएंगे।

सांसें हो रहीं कम, आओ वृक्ष लगाएं हम

सन 1972 में 5 जून से 16 जून तक पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में पर्यावरण को लेकर चिंता जताई गई थी जिसके बाद पहला विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1974 को मनाया गया। 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पर्यावरण को लेकर की गई विस्तृत चर्चा में इस बात का प्रस्ताव पारित किया था कि विश्व की तमाम समस्याओं में सबसे ऊपर और चिंताजनकर समस्या पर्यावरण को बचाने की है।

हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस किसी खास पर्यावरणीय समस्या पर ध्यान केंद्रित करके मनाया जाता है। इस वर्ष का विषय वायु प्रदूषण हैँ। हर साल विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी विश्व का एक अलग देश करता है। जहां औपचारिक समारोह आयोजित होते हैं। वर्ष 2019 में 5 जून को मनाये जा रहे विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी चीन कर रहा है। चीन में 5 जून को पर्यावरणीय चुनौतियों को लेकर चर्चाएं, सम्मेलन, संगोष्ठियां और बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जाएगा। विश्व के प्रदूषित देशों में भारत भी प्रदूषण प्रभावितों में  शामिल हैं।

इस विश्व पर्यावरण दिवस पर आइए हम और आप मिलकर संकल्प लें कि प्रदूषण के जिम्मेदार कारकों से बचने की कोशिश करेंगे। ज्यादा से ज्यादा संख्या में वृक्ष लगाएंगे, प्लास्टिक के इस्तेमाल से बचेंगे, वायु प्रदूषण फैलाने के जिम्मेदार वाहन, फैक्ट्री, उद्योग, जल प्रदूषण के जिम्मेदार कैमिकल, रसायन से दूरी बनाएंगे,,,ताकि हमारा आज और कल ताजी शुद्ध हवा में सांस ले सके, शुद्ध पानी और बिना मिलावट कैमिकल रहित भोजन हमें प्राप्त हो सके।

 

 

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