18 फरवरी,2020

मुंबई,

लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था और गिरती विकास दर के बीच आर्थिक मोर्चे पर जनता को एक और बड़ा झटका लग सकताी है। एटीएम ऑपरेटर एसोसियेशन की ओर से आरबीआई को लिखे खत की मानें तो आने वाले दिनों में एटीएम से रुपये निकालना उपभोक्ताओं के लिए महंगा सौदा साबित होने जा रहा है।

एटीएम ऑपरेटर एसोसियेशन ने आरबीआई को भेजे अपने पत्र में लिखा है कि इंटरचेंज फीस कम होने की वजह से उन्हें भारी घाटा और कारोबार में नुकसान हो रहा है। लिहाजा प्रति ट्रांजेक्शन शुल्क में बढ़ोत्तरी की जाए।

अभी तक आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार एटीएम ऑपरेटर को प्रति ट्रांजेक्शन पर 15 रुपये इंटरचेंज फीस के रूप में प्राप्त होते हैं। रिजर्ब बैंक के डेटा के अनुसार अभी देशभर में 2 लाख 27 हजार एटीएम संचालित हो रहे हैँ। सबसे ज्यादा 2018 में एटीएम लगाये गए। लेकिन एटीएम की सुरक्षा और इंटरचेंज के रूप में मिलने वाली फीस को कम मानते हुए तमाम बैंकों ने धीरे-धीरे एटीएम मशीन लगाना कम कर दिया। इसके बाद एटीएम ऑपरेटर एसोसियेशन ने इंटरचेंज फीस बढ़ाने की मांग की है। माना जा रहा है कि इस मुद्दे को लेकर आरबीआई की ओर से गठित की गई कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपने वाली है।  माना जा रहा है रिपोर्ट में इंटरचेंज फीस बढ़ोत्तरी के फैसले को मान लिया गया है। जिसके बाद लोगों को एटीएम से पैसे निकालना महंगा पड़ेगा।

 

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