भोपाल, सीनियर IAS अफसर का सेक्स वीडियो वायरल हो गया है। हालांकि इस MMS को हनी ट्रैप से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सीनियर IAS अफसर मध्यप्रदेश सरकार में एडिशनल चीफ सिकरेट्री यानि ACS के तौर पर पदस्थ हैं,
वहीं उनके साथ सेक्स टेप में दिख रही महिला के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल है। काफी देर का ये सेक्स वीडियो किसी कमरे में शूट हुआ है, जिसमें ना सिर्फ ACS और महिला हमबिस्तर होते शूट हुए हैं,
बल्कि सेक्स संबंध बनाने के पहले दोनों अश्लीलता करते हुए शराब पीते भी नजर आ रहे हैं। जिस आईएएस अधिकारी का ये वीडियो है, वो आईएएस अधिकारी कई विभागों का प्रमुख सचिव और एसीएस रह चुके है।
ACS अभी भी मध्यप्रदेश में बड़े पद पर मौजूद हैं। हालांकि MMS के वायरल होने के बाद अब प्रदेश के ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मचा है।
वहीं खबर ये है कि ACS के खिलाफ जल्द ही सरकार एक्शन लेने जा रही है। महिला के बारे में भी पतासाजी कर रही है। अभी तय ये नहीं मालूम चला है कि ये IAS की महिला मित्र है या फिर कोई अधिकारी। ऐसा माना जा रहा है कि महिला कोई बाहरी है, जो किसी काम को लेकर एसीएस के पास आती थी। क्लिप में पहले एसीएस ने युवती के हाथों से शराब पी। इसके बाद वह अपना आपा खो बैठे। इस दौरान वह कुछ बोल भी रहे हैं।
IAS लॉबी इस मामले में दो धड़ों में बटा है। एक धड़ा कार्रवाई के तुरंत मूड में है, तो वहीं दूसरा इस मामले में कार्रवाई नहीं करने के पक्ष में है। एसीएएस पिछले सरकार में भी काफी प्रभावी थे और कमलनाथ सरकार में भी उनकी हैसियत काफी है। हालांकि, यह सेक्स वीडियो कैसे बना? क्या युवती ने ही उक्त अफसर को फंसा लिया या फिर किसी तीसरे ने वीडियो बनाया, यह खुलासा अभी नहीं हुआ है। लेकिन, माना जा रहा है कि अफसरों की इतनी बड़ी किरकिरी हो, इसके पहले कुछ वरिष्ठ अफसर संबंधित एसीएस को बाहर का रास्ता दिखाने की जुगत में लग गये हैं।
इस सेक्स क्लिप के अफसरोंं तक पहुंचने के बाद अब इस मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मामले।को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव एसआर मोहंती को मामले में एक्शन लेने के निर्देश दे दिए हैं। इसके बाद माना जा रहा है कि सरकार जल्द इस मामले पर कोई बड़ा एक्शन ले सकती है। हालांकि, कुछ अधिकारी मामले को दबाने में लगे हैं कि अफसरों की किरकिरी नहीं हो। क्योंकि, जो एसीएस सेक्स क्लिप में नजर आ रहे हैं, उनका कुछ महीनों बाद रिटायरमेंट होने वाला है। बहरहाल पूरे मामले को लेकर वल्लभभवन और मध्यप्रदेश के ब्यूरोक्रेसी की साख पर नैतिकता को लेकर जोरदार झटका लगा है।