रायपुर, 21 सितंबर 2019

कमसिन जवानी और इंसानी गोश्त को खाने के चक्कर में मध्यप्रदेश के वर्दीधारी पुलिस अधिकारी, सफेदपोश आईएएस अफसर, खद्दरधारी नेता और बड़े-बड़े कारोबारी, रसूखदार लोग अब मुंह छिपाते फिर रहे हैँ। हर कोई इस कोशिश में लगा है कि उनका नाम कहीं उन चार महिलाओं के साथ न जुड़ जाए जिनको कि भोपाल पुलिस ने हनीट्रैप बिछाकर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

ये महिलाएं कोई आसमान से नहीं उतरी हैं बल्कि भोपाल, छतरपुर, राजगढ़ जैसे शहरों में आप ही लोगों के आस-पास के मकानों में रहने वाली हैँ। हां इनका रहन-सहन, स्टेट्स और और रौब आम इंसान से हटकर है। महंगी लग्जरी कारों में आने-जाने वाली ये महिलाएं अक्सर शाम के वक्त ही सक्रिय हुआ करती थीं और ज्यादातर नेताओं, अफसरों, बिल्डरों और बड़े कारोबारियों के घर, ऑफिस या बंगले पर नजर आया करती थीँ।

भोपाल की श्वेता जैन,  श्वेता स्वप्निल जैन, बरखा सोनी, आरती दयाल और छात्रा मोनिका यादव के साथ ड्राइवर ओमप्रकाश 22 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर हैं। लेकिन इनसे हुई पूछताछ और बरामद हार्ड डिस्क, मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसी चीजों में हजारों अश्लील वीडियो भरे पाए गए हैं। ये अश्लील वीडियो उन नेता, अफसर और कारोबारियों के हैं, जिनको कॉल गर्ल सप्लाई करके चोरी -छुपे इन महिलाओं ने ये वीडियो बनाए थे। इन अश्लील वीडियोज को सार्वजनिक करने की धमकी देकर हनीट्रैप गैंग की महिलाएं अब तक करोड़ों रुपये अलग-अलग लोगों से ऐंठ चुकी हैं। ये सिलसिला बदस्तूर जारी रहता, अगर इंदौर नगर निगम का इनके जाल में फंसा इंजीनियर हिम्मत दिखाकर इनके खिलाफ ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज नहीं कराता।

हालांकि इंदौर के उस इंजीनियर ने एफआईआर दर्ज कराकर कोई बड़ा काम नहीं किया है, क्योंकि उसका खुद का चरित्र गिरा हुआ है। अगर बढ़िया चरित्र का होता तो इन ब्लैकमेलर महिलाओं के जाल में कभी नहीं फंसता। जाहिर है मादक गोश्त के लालच में इंजीनियर ने इन महिलाओं से संपर्क साधा  था।  इन शातिर महिलाओं के जाल में फंसी छात्रा मोनिका यादव ने पुलिस को रोकर अपनी जो कहानी सुनाई है, उसने पुलिस वालों को भी परेशान कर दिया है। छात्रा ने कहा कि आरती दयाल का रसूख देखकर वो नौकरी पाने के लिए उससे मिली थी, लेकिन आरती के कहने पर वो होटल में किसी के साथ हमबिस्तर होने को तैयार हो गई। लेकिन उसे नहीं पता था कि आरती दयाल उसका छुपकर वीडियो बना लेगी। छात्रा रो-रोकर आरती दयाल को कोस रही है कि इस औरत ने मेरा जीवन तबाह कर दिया।

गलत तरीके से शॉर्टकट में पैसे कमाकर जल्द अमीर बनने के इस हनीट्रैप में ऐसा नहीं है कि सिर्फ अफसरों, नेताओं, कारोबारियों को ही शर्मसार होना पड़ रहा है बल्कि उन सैकड़ों लड़कियों के सामने भी चरित्र और पहचान का संकट खड़ा हो गया है जो इन शातिर महिलाओं के संपर्क में आकर अपनी अश्लील वीडियो बनवा बैठी हैं। दिलचस्प ये है कि आरोपी महिलाएं और उनके पति कांग्रेस पार्टी से संबंध रखते हैँ।

पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे पूर्व राज्यपाल, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, आईएएस, एडीजी, एसपी जैसे रैंक के लोगों के नामों का खुलासा हो रहा है। ब्लैकमेलिंग की आरोपी महिलाओं के मोबाइल, लैपटॉप की फोरेंसिक जांच में और भी राज उजागर होने बाकी हैं। लेकिन इस घटना ने सेक्स, सियासत और सीडी के उस सच को फिर से गहरा दिया है। जिसके दम पर बॉलीवुड में दर्जनों फिल्में हिट हो  चुकी हैँ। कई नेताओं की चरित्र हत्या हो चुकी है। तमाम अफसर, नेता परिवार से आंखें नहीं मिला पाए और खुदकुशी जैसा कदम उठाने पर मजबूर हो गए। हालांकि इसमें कुछ ऐसे बेशर्म भी मिले जो अपने गंदे चरित्र को गंगाजल  से भी पवित्र और साफ-सुथरा बनाने पर तुले रहे। कुछ तो इनसे भी एक कदम बढ़कर ये कहने को तैयार हो गए है कि एक बंद कमरे में अगर कोई महिला-पुरुष आपसी सहमति से संबंध बना रहे हैं तो इसमें किसी को क्या आपत्ति है।

सवाल कई हैं, सियासत के शिखर और दौलत की ढेरी पर बैठने के लिए चालबाज पुरुष इस तरह के ब्लैकमेलिंग गैंग बनाने के लिए कुख्यात हुआ करते थे लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि इतने बड़े पैमाने पर महिलाओं ने एक संगठित ब्लैकमेलिंग गिरोह बनाया और उसमें दूसरी महिलाओं को शामिल करके पुरुषों को  ठग लिया।

 

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