रायपुर, आदिवासी समाज का ऋण चुकाया कांग्रेस ने,इस समाज के विधायक मोहन मरकाम को दी प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी बनाया नया “पीसीसी चीफ” वही सरगुजा संभाग के सीतापुर विधायक अमरजीत भगत को दिया भूपेश कैबिनेट में शामिल होने का न्यौता।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम को बनाया गया है। एआईसीसी के जनरल सेक्रेटरी के सी वेणुगोपाल ने आदेश जारी कर दिया है।
राज्य बनने के बाद बस्तर के किसी नेता को पीसीसी अध्यक्ष बनने का अवसर नहीं मिला है। मोहन मरकाम 2013 और 2019 लगातार दो बार के विधायक हैं। उन्होंने लता उसेंडी को हराया।
इसके साथ ही भूपेश बघेल कैबिनेट के 13 वें मंत्री के रूप में चला आ रहा सस्पेंस भी खत्म हो गया। आल इंडिया कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने सीतापुर के विधायक अमरजीत भगत का नाम कैबिनेट के13वें मंत्री के रूप में तय कर दिया है। संभावना जताई जा रही है कि एक दो दिन में इन दोनों विधायको को पद और गोपनीयता की शपथ दिल दी जाएगी।
भूपेश बघेल कैबिनेट में आदिवासी कोटे से एकमात्र कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल थे, विधानसभा चुनाव में 15 साल के सत्ता के सूखे को खत्म करने के प्रदेश के आदिवासी बहुल बस्तर और सरगुजा संभाग का एक बड़ा योगदान रहा है। लोकसभा चुनाव में भी बस्तर संभाग की सीट कांग्रेस ने भाजपा से एक लंबे अरसे के बाद मोदी लहर के दौर में छीन ली है। जगदलपुर से लेकर रायपुर और दिल्ली तक भूपेश बघेल कैबिनेट के स्वरूप और संतुलन को लेकर गाहे-बगाहे सवाल खड़े होते रहते थे। अपनी कैबिनेट में आदिवासी समुदाय को पर्याप्त और समुचित स्थान न दिए जाने को लेकर मुख्यमंत्री की भी आलोचना होने लगी थी। लिहाजा इस बार एआईसीसी ने हस्तक्षेप करते हुए प्रदेश कांग्रेस संगठन और सरकार में आदिवासी समुदाय के साथ तालमेल और बेहतर बनाने की कवायद में जुटा दिखने लगा है।