रायपुर,
हर साल 8 जून को विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस (World Brain Tumor Day) के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को सबसे पहले जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन (डॉयचे हिरनट्यूमरहिल्फ़) द्वारा मनाया गया था। यह ब्रेन ट्यूमर के बारे में लोगों के बीच शिक्षा और जन जागरूकता प्रसारित करने वाला एक गैर लाभकारी संगठन है। जर्मनी में घातक ब्रेन ट्यूमर सामान्यत: पाया जाता है। इस बीमारी से अकेले जर्मनी में आठ हज़ार से अधिक लोग पीड़ित है। विश्वभर में प्रतिदिन ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित होने वाले पांच सौ से अधिक नए मामलों की जानकारी प्राप्त होती है। अधिकांश ट्यूमर से पीड़ित होने वाले रोगियों की संख्या ट्यूमर की तुलना में ब्रेन मेटास्टेसिस के कारण अधिक होती है। यह बच्चों में कैंसर का सबसे सामान्य प्रकार होता है।
भारत में ब्रेन ट्यूमर की व्यापकता और प्रसारण बढ़ता जा रहा हैं। बाल्यावस्था में होने वाले कैंसर के अध्ययन के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर लड़कियों में सामान्यत: पाया जाता है। यहाँ तक कि यह वयस्क स्त्री और पुरुषों दोनों लिंगों में भी पाया जाता है। हालांकि इनकी स्थितियों के बीच कुछ भिन्नता हो सकती है। भारत सरकार ने ब्रेन ट्यूमर की रोकथाम, स्क्रीनिंग, रोग का जल्दी पता लगाने, निदान और अंतिम चरण में उपशामक देखभाल उपचार प्रदान करने के लिए अनेक उद्देश्यों की पूर्ति के साथ राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम शुरूआत की गई है।
वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे का उद्देश्य मस्तिष्क ट्यूमर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और समाज के सभी वर्गों के लोगों को इस तरह के कैंसर के बारे में शिक्षित करना है जो बहुत आम नहीं है। यह दिन उन लोगों के लिए भी है जो ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित हैं और उन्हें बेहतर और अधिक प्रभावी तरीके से स्थिति से निपटने में मदद करते हैं। ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क की कोशिकाओं में होता है। ट्यूमर कैंसर रहित हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर क्या है?
जब शरीर में कोशिकाओं की अनावश्यक वृद्धि होती हैं, लेकिन तब शरीर को इन अनावश्यक वृद्धि वाली कोशिकाओं की आवश्यकता नहीं होती हैं। इस अवस्था को ही कैंसर के नाम जाना जाता है। ब्रेन के किसी हिस्से में पैदा होने वाली असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि “ब्रेन ट्यूमर” के रूप में प्रकट होती हैं। ट्यूमर मुख्यत: दो प्रकार का होता है, जैसे कि- घातक ट्यूमर और सौम्य ट्यूमर।
क्या सभी ब्रेन ट्यूमर एक समान होते हैं?
सभी ब्रेन ट्यूमर एक समान नहीं होते है। सामान्यत मस्तिष्क में किसी भी चीज में वृद्धि होना बहुत खतरनाक माना जाता है और यह बात ब्रेन ट्यूमर के मामले में भी लागू होती है। ब्रेन ट्यूमर कई प्रकार के होते हैं, हालांकि इसे कैंसर के आधार पर मुख्य रूप से दो वर्गों कैंसरजन्य और कैंसर रहित ट्यूमर में विभाजित किया जा सकता है। बीस से चालीस साल के लोगों को ज्यादातर कैंसर रहित और 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को ज्यादातर कैंसर वाले ट्यूमर होने की संभावना रहती है। कैंसर रहित ट्यूमर, कैंसर वाले ट्यूमर की तुलना में धीमी गति से बढ़ता है।
क्या मस्तिष्क कोशिकाओं के असामान्य व्यवहार के कारण ब्रेन ट्यूमर होते हैं?
ब्रेन ट्यूमर और एक अवस्था के बाद कहें कि ब्रेन कैंसर, मस्तिष्क की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण होता है।
क्या सभी ब्रेन ट्यूमर के कारण और लक्षण एक ही तरह होते हैं?
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण साधारणत: सीधे उस से संबंधित होते हैं जहां दिमाग के अंदर ट्यूमर होता है। ट्यूमर का आकार बढने के परिणास्वरूप मस्तिष्क पर बहुत दबाव पड़ता है। इस कारण सिरदर्द, उल्टी आना, जी मचलना, दृष्टि संबंधी समस्याएं या चलने में समस्या, बोलते समय समस्या होना यदि लक्षण हो सकते है। कभी-कभी ट्यूमर की वजह से सिर में पानी इकट्ठा होने लगता है जिसको चिकित्सकीय भाषा में हाइड्रोसिफेलस कहते हैं। यह स्थिति मरीज के लिए खतरनाक हो सकती है। प्राय: ब्रेन ट्यूमर का निदान करना थोड़ा मुश्किल होता है क्यों कि इस में पाए जाने वाले लक्षण किसी अन्य समस्या के भी संकेत हो सकते हैं। बोलते समय अटकना, दवाइयों, नशीले पदार्थो या शराब का सेवन करने के कारण भी हो सकता है। जब यह लक्षण बहुत तीव्रता के साथ उत्पन्न होने लगते हैं तो यह ब्रेन ट्यूमर का कारण हो सकते हैं।
ब्रेन ट्यूमर के बारे में कुछ तथ्य।
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ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है।
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ब्रेन ट्यूमर होने के सही कारण स्पष्ट नहीं है।
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ब्रेन ट्यूमर के लक्षण उनके आकार, प्रकार और स्थान पर निर्भर करते हैं।
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वयस्कों के बीच प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर का सबसे सामान्य प्रकार एस्ट्रोसाइटोमा, मस्तिष्कावरणार्बुद और ओलिगोडेन्ड्रोग्लियोमा हैं।
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बच्चों में पाए जाने वाले ब्रेन ट्यूमर का सबसे सामान्य प्रकार मेडुलोब्लास्टोमा, ग्रेड एक या ग्रेड दो एस्ट्रोसाइटोमा, (या तंत्रिकाबंधार्बुद) एपिन्डाइमोमा और ब्रेन स्टेम ग्लियोमा हैं।
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ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित होने वाले ज़ोखिम के कारकों में पारिवारिक इतिहास एवं अधिक से अधिक संख्या में एक्स रे कराना हो सकते हैं।
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चिकित्सक द्वारा ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित होने का निर्धारण, चिकित्सीय इतिहास, शारीरिक परीक्षण तथा ब्रेन एवं तंत्रिका तंत्र के विभिन्न महत्वपूर्ण परीक्षणों के आधार पर किया जाता हैं।
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ब्रेन ट्यूमर के वैकल्पित उपचारों में शल्य चिकित्सा, विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी या उपचारों का समन्वय शामिल हैं।
ब्रेन ट्यूमर के अन्य लक्षण
1. सिरदर्द 2. मानसिक व व्यक्तित्व बदलाव 3. मास इफेक्ट 4. फोकल लक्षण।
क्या मोबाइल फोन के साथ सोने से ब्रेन ट्यूमर का खतरा बढ़ जाता है?
रिपोर्ट के मुताबिक 10 वर्ष से भी ज्यादा समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से ब्रेन ट्यूमर का खतरा 33 प्रतिशत बढ़ जाता है।
ब्रेन ट्यूमर के लिए उपलब्ध उपचार क्या हैं?
चिकित्सक ब्रेन ट्यूमर के प्रकार, ग्रेड और ट्यूमर की स्थिति तथा रोगी के सामान्य स्वास्थ्य के आधार पर उपचार की सलाह दे सकता हैं।
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सर्जरी/शल्य-चिकित्सा।
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रेडियोथेरेपी।
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कीमोथेरपी।
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स्टेरॉयड।
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एंटी-सीज़र दवाएं।
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वेंट्रिकुलर पेरिटोनियल शन्ट।
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