रायपुर, 27 जुलाई 2019

1 नवंबर 2000 को मध्यप्रदेश से अलग होकर देश के 26वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ राज्य अपने 19वें वर्ष में हैं। इन 19 वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़े राज्यों की श्रेणी से निकलकर देश के मोस्ट इमर्जिंग स्टेट्स की कतार में आ खड़ा हुआ है।

प्राकृतिक संसाधन, खनिज संपदा, आदिवासी संस्कृति, नदी-नाले, झरने, पहाड़ और अपने चावल की किस्मों के लिए मशहूर छत्तीसगढ़ ने देश दुनिया में अलग ही पहचान बनाई है। जो लोग कभी छत्तीसगढ़ नहीं देखे हैं, उनको सिर्फ छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से ग्रस्त एक अविकसित राज्य लगता है, लेकिन ऐसा नहीं है, छत्तीसगढ़ को जिसने एक बाद देखा, घूमा और समझा वो यहीं का होकर रह गया।

छत्तीसगढ़ वो प्रदेश हैं, जहां विकास की नई गाथाएं लिखी जा रही हैं, छत्तीसगढ़ वो प्रदेश हैं जहां देश में सप्लाई होने वाली 80 फीसदी बिजली यहीं तैयार की जाती है। इसी प्रदेश से सबसे ज्यादा कोयला और लौह अयस्क मालगाड़ियों में लादकर देश के दूसरे राज्यों तक भेजा जाता है।

इसी प्रदेश में आपको साल, सागौन, बांस, शीशम जैसे दरख्तों की छांव औऱ लकड़ी मिलती है। यहां की काष्ठ कला का हर व्यक्ति मुरीद है। इतना ही नहीं पर्यटन की दृष्टि से छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक विरासत से भरा पूरा प्रदेश है। यहां की नई राजधानी नवा रायपुर में 800 एकड़ क्षेत्र में बनाई गई जंगल सफारी देश की सबसे बड़ी जंगल सफारी है। अगर किसी ने जंगल सफारी नहीं देखी है तो फिर कुछ नहीं देखा है।

आइए आपको नवा रायपुर स्थित जंगल सफारी की सैर कराते हैं।

जंगल सफारी नवा रायपुर के सेक्टर -39 में स्थित है | नवा रायपुर, रायपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 35 किमी और स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे से मात्र 15 किमी दूर है। नंदनवन जंगल सफारी का पूरा 1216 एकड़ क्षेत्र सुंदर इलाकों के साथ हरे भरे हरे रंग का है। कई स्वदेशी पौधों की प्रजातियां जंगल सफारी में भरी पड़ी हैं।

  जंगल सफारी में जानवरों के लिए प्राकृतिक आवास हैं। इसमें 130 एकड़ का ‘खांडवा जलाशय’ नामक जल निकाय है , जो कई प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करता है। चार सफारी अर्थात् शाकाहारी, भालू, बाघ और शेर की योजना बनाई गई है। आने वाले चिड़ियाघर में 32 और प्रजातियां प्रदर्शित की जाएंगी।

सफारी

सफारी क्षेत्र में, अब तक चार सफारी बनाए गए हैं;

शाकाहारी वन्यप्राणी सफ़ारी – क्षेत्र 30 हेक्टेयर

भालू सफारी – क्षेत्र 20 हेक्टेयर

टाइगर सफारी – क्षेत्र 20 हेक्टेयर

शेर सफारी – क्षेत्र 20 हेक्टेयर

सफारी का पूरा क्षेत्र 5 मीटर की ऊंचाई के चेन लिंक बाड़ द्वारा कवर किया गया है।जो 1.5 मीटर और 60 डिग्री पर शीर्ष पर झुके हुए है । क्षेत्र में पर्याप्त वनस्पति, आश्रय और जल निकाय हैं। सफारी और सेवा सड़क के साथ ग्रीन बेल्ट बनाया गया है और 55000 पौधों को सफ़ारी के अंदर रहवास में सुधार के लिए लगाया गया है।

वहां बाड़े के माध्यम से जाया जाएगा जिसमें प्रवेश और निकास डबल द्वार की व्यवस्था के माध्यम से होगा और आगंतुक वाहन निर्दिष्ट सड़क पर कम गति पर सफारी के भीतर चलेगा।

ये 4 सफारी अर्थात् टाइगर सफ़ारी, शाकाहारी वन्यप्राणी सफ़ारी, शेर सफारी और भालू सफारी सभी आगंतुकों के लिए तैयार हैं। वर्तमान में टाइगर सफारी में 3 बाघ रखे गए हैं, 80 हर्बिवोर को हर्बिवोर सफ़ारी में रखा गया है जिसमें चीतल, सांभर, ब्लू बुल, बार्किंग डीयर, और ब्लैक बक शामिल हैं। भालू सफारी में वर्तमान में 4 भालू हैं।

 

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