
लेकिन आसंदी ने सत्ता पक्ष की इस मांग को ठुकराते हुए अग्रह्य कर दिया। दरअसल अनुपुरक बजट पर बोलते हुए अजय चंद्राकर ने कहा “एक लाख करोड़ से उपर का बजट हो गया, लेकिन बदले में जनता को मिला क्या, बाबाजी का ठुल्लू”।सदन में ऐसा कहना ही था,कि हंगामा बरप गया।सत्ता पक्ष ने इस शब्द पर गहरी आपत्ति जताई और आसंदी से इसे विलोपित करने की मांग करने लगे।सदन में छत्तीसगढ जनता कांग्रेस पार्टी विधायक धर्मजीत सिंह ने सत्ता पक्ष की टिप्पणी को विलोपित करने की सत्ता पक्ष की मांग पर अपनी असहमति जताई। सभी पक्ष को सुनते हुए हुए। आसंदी पर मौजुद सत्यनारायण शर्मा ने अंतत: सत्ता पक्ष की उक्त टिप्पणी को विलोपित किए जाने की माँग को अग्राह्य कर दिया।