रायपुर, अचानकमार टाइगर रिजर्व में रविवार का दिन बैगा आदिवासियों के मासूम बच्चों के चेहरे पर ढेर सारी खुशियां आ गई। किसी को चैथ बॉल मिलने की, तो किसी को कॉपी बुक और रंग-बिरंगी पेंसिल और स्कूली शूज मिलने की खुशी थी।

मानो कि मुंगेली पुलिस की रक्षा टीम और प्रयास “अ ‘लियल स्टेप नाम की सामाजिक संस्था उनके बीच किसी सांता क्लॉज की तरह आ गई है।

बाल आश्रम छपरवा अचानकमार रिजर्व का आदिवासी बहुल इलाके का वन्यग्राम।यहा के बच्चों के बीच मुंगेली जिले के पुलिस अधीक्षक सीडी टंडन ने बच्चों को खेल सामग्री प्रदान करते हुए शिक्षा के साथ-साथ खेल को भी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत जरूरी बताया। ोंने कहा कि मैं भी आपकी तरह ही गांव में पंप बढ़ा हूं और शिक्षा के प्रति मेरी लगाव ने आज आपके बीच मुझे एसपी बनाकर ला दिया, आप भी शिक्षा के जरिए ऊंचे पदों पर पहुंच सकते हैं, आप मन लगाकर पढ़ाई पूरी करेंगे।

एसपी टंडन ने बच्चों के बीच बिताए समय को यादगार पल बताते हुए कहा कि पुलिस अपने रक्षा दल के जरिए, महिला एवं बाल हिंसा और अपराध को रोकने और अधिकारों की जागरूकता लाने में काफी लंबे समय से जिले में चेतना अभियान चला रही है। हमारी टीम बच्चों को प्रोजेक्टर के जरिए गुड़-टच, बैड-टच के बारे में समझा कर उन्हें जागरूक करने की दिशा में काम कर रही है,

एसपी टंडन ने बचपन की सुरक्षा को समाज के बेहतर भविष्य के लिए बेहद जरूरी बताया और लोगो को इस दिशा में पहल करने की अपील की।

रक्षा दल प्रभारी टीआई लोरमी कविता धुर्वे ने बच्चों के साथ बातचीत कर उनकी जिज्ञासाओं के बारे में पड़ताल करती रही और बच्चों के मासूम सवालों का मुस्कुराकर जवाब देती नजर आई, लोरमी पुलिस ने क्रिकेट, बैडमिंटन, शतरंज, कैरम-बोर्ड, लूडो और पीसी- रिंग्स आश्रम के बच्चों को उपलब्ध कराया। पुलिस को अपने बीच पाकर शुरुआत में बच्चे जरा बच रहे हैं, लेकिन जैसे समय बीता पुलिस की रक्षा टीम और आश्रम के बच्चों में दोस्ती हो गई है।

सामाजिक संस्था के प्रयास ए स्माल स्टेज के लोगो ने आश्रम के सभी तकरीबन 50 बच्चों के साथ साथ छपरवा के ग्रामीण स्कूली बच्चों को भी कापी, पेन, स्केल, किताब, कलर पेंसिल, इरेजर रबर और जूते के साथ किया।
प्रयास के संयोजक संजय सिंह ने बताया कि हमारी संस्था आदिम जनजाति वाले वन्यग्रामों में जनवादी जनजीवन के स्वास्थ और शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।हारी कोशिश है कि जनवादी खासकर बैगा आदिवासियों के बच्चों के लिए लगातार शिक्षा स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाए। उनके जीवन स्तर को ऊपर उठकर और बेहतर बनाने में जुटे हैं। पुलिस के सहयोग की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि मुंगेली पुलिस ने अपराध निवारण के साथ-साथ चेतना अभियान के जरिए बचपन सुरक्षित रखने की जो पहल की है, उसकी तारीफ जरूर होगी। सुरक्षित बचपन से ही एक सुखद और सुखद देश समाज का निर्माण हो सकता है।


इस कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार प्रशांत शर्मा ने भी बच्चों को अपनी शिक्षा, स्वास्थ्य और खेलकूद को लेकर उदाहरण देते हुए कहा कि आप में भी हौसला और साहस होना चाहिए।

आप वह सब कर सकते हैं, जिसका आप सपना देखते हैं। सैफ सफाई पर ध्यान दें, मन लगाकर पढ़िए और खूब खेलिए।

पुलिस और सामाजिक संस्था प्रयास “अ ‘के संयुक्त आयोजन पर ख़ुशी जाहिर करते हुए उन्होंने समाज के समग्र विकास का एक बेहतर अनुभव बताया कि किस तरह से लोग एक दूसरे का सहयोग कर आगे बढ़ सकते हैं।

कार्यक्रम के अंत मे बालक आश्रम के पास स्थित मंदिर प्रांगण में सभी लोगों ने मिलकर तड़-रक्षक युक्त वृक्षारोपण किया, और मंदिर के पुजारी को संजय सिंह राजपूत द्वारा चार वेदों का संग्रह प्रदान किया गया। तो बालक आश्रम के बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ साथ धर्म संस्कृति की शिक्षा भी प्राप्त हो। कार्यक्रम के दौरान विनोद गोयल, रामकिंकर परिहार, विकास जैन, राजेंद्र देवांगन, चन्द्र शेखर शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे

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