रायपुर, बस्तर संभाग में पिछले लगभग 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। विशेष रूप से दक्षिण बस्तर के तीनों जिलों बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा में झमाझम बारिश के चलते नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। कई इलाकों में बाढ़ के हालात से लोग जूझ रहे हैं।इधर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है।
मौसम विज्ञान केन्द्र रायपुर द्वारा जारी पूर्वानुमान त्वरित भविष्यवाणी बुलेटिन ’के अनुसार अगले 4 घंटे में प्रदेश के 13 जिलों में कुछ स्थान पर मध्यम से भारी व एक-दो स्थानों (बस्तर संभाग) में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।मौसम विभाग ने शुक्रवार को शाम 5 बजे से लेकर रात 9 बजे तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। संभावना के अनुसार इन जिलों में बारिश होने की सूचना मिल रही है।जिन जिलों को लेकर जारी जारी किया गया है, उनमें बस्तर संभाग के सभी सातों जिले शामिल हैं। उनके अलावा भी और कुछ जिलों में भी भयंकर बारिश हो रही है जिनमे गरियाबंद, धमतरी, बालोद, कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव, बस्तर,बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुषमा, कोरिया, बलरामपुर शामिल हैं।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ राज्य में मौसम विभाग के पूर्वानुमान बारिश नहीं होने से किसान हलाकान्तर है छोटे छोटे पौधे आ गए खेतों में बारिश होना बेहद जरूरी है बारिश नहीं हो रही है इन जिलों में बिलासपुर, रायपुर, कबीरधाम दुर्ग, राजनांदगांव, बेमेतरा, बलौदासर, बलपुर कोरबा, अन्य जिले शामिल हैं।आधा सावन बीत गया अभी तक नहीं शुरू हुआ सावन की झड़ी, मानसून की सुस्ती से किसानों के माथे पर खिचीं चिंता मानसून के इस तरह से सूखे-सूखे निकलने पर उन्हें आखिरकार समझ नहीं आ रहा है कि इस विपदा की घड़ी में रोपा का काम शुरू करें या खेतों में बीज छिंटकर पौधे उगाएं।
उधर मौसम विभाग के दावे की भी हवा निकल गई है। मौसम विभाग का शत-प्रतिशत के बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया था अब मानसून ब्रेक ने सब किए कराए पर पानी फेर दिया।] प्रदेश के 27 में से 18 जिलों में औसत से काफी कम बारिश हुई है। अगर यही स्थिति रही तो जमीन की बची-खुची नमी भी आने वाले दिनों में समाप्त हो जाएगी। ऐसे में अगर जल्द ही बारिश नहीं हुई तो सूखे की संभावना से इंकार नहीं की जा सकती है। इधर बादल रोज उमड़-घुमड़ कर तेवर दिखा रहे हैं पर बिना बरसे ही जा रहे हैं।