नई दिल्ली, 30 जुलाई

      उत्तर प्रदेश में अमेठी का राजघराना एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार चर्चा किसी विवाद की वजह से नहीं बल्कि कांग्रेस नेता और कांग्रेस प्रचार कमेटी के मुखिया रहे संजय सिंह का कांग्रेस से इस्तीफा देने की वजह से है। संजय सिंह बुधवार को भाजपा का दामन थाम सकते हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के फौरन बाद संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को महान बताते हुए उनकी तारीफ में कई कसीदे पढ़ डाले।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय सिंह ने कहा कि उनके गांधी परिवार के साथ पारिवारिक रिश्ते पहले की तरह ही बरकरार रहेंगे, लेकिन जहां बात देशहित की आई है, वहां वो अब मोदी और भाजपा के साथ खड़े हैं। संजय  सिंह ने कहा कि देश के सपनों को मोदी ही पूरा कर सकते हैं। संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस में संवादहीनता की स्थिति है, जो बीते 15 सालों में कांग्रेस में नहीं हुआ, वो अब हो रहा है। इस्तीफा देने के फैसले को उन्हों ने अपना बेहद सोच-समझकर लिया गया फैसला बताया है।

संजय सिंह अमेठी के बड़े नेता माने जाते हैं। अमेठी सीट आम तौर पर कांग्रेस का गढ़ रही है। अमेठी में पकड़ रखने वाले संजय सिंह पहले भी एक बार कांग्रेस का दामन छोड़ चुके हैं। 2019 आम चुनाव में संजय सिंह सुल्तानपुर से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें वहां से मेनका गांधी के सामने हार का सामना करना पड़ा था। संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह अमेठी से बीजेपी विधायक हैं।

संजय सिंह एक समय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे.

28 जुलाई 1998 में बैडमिंटन खिलाड़ी सैयद मोदी मर्डर केस और राजघराने की विरासत को लेकर हुई जंग की वजह से वह पहले विवादों में रह चुके हैं.

 

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