रायपुर, 3 मई 2019

ओडिशा और दक्षिण पूर्व के तटवर्ती इलाकों में तबाही मचा रहे फोनी तूफान के नाम को लेकर लोगों के मन में तमाम सवाल हैं। आखिर तूफानों का नामकरण होता कैसे है। तूफानों को नाम कौन देता है।  ऐसे तमाम सवाल हमारे पाठक जानना चाहते हैं। उनके लिए हम ऐसे 10 बिंदु रख रहे हैं, जिनसे वो आसानी से समझ सकते हैं कि आखिर किसी तूफान का नाम विशेष कैसे पड़ा।

तो सबसे पहले फोनी तूफान के बारे में ही समझत हैं।

  1. दरअसल फोनी तूफान का मतल है सांप और इस तूफान को ये नाम बांग्लादेश से मिला। बांग्लादेश की स्थानीय भाषा में इसे फोनी कहा जाता है।
  2. विश्व मौसम संगठन (WMO) दुनिया भर में आने वाले साइक्लोंस के नामों की लिस्ट तैयार करता है।
  3. इस लिस्ट के मुताबिक उत्तरी हिंद महासागर में आने वाले Tropical cyclone का नाम भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान और थाइलैंड अपने नामों की सूची स्थानीय चक्रवाती तूफान कमेटी को भेजते हैं।
  4.  अभी 8 देशों ने भविष्य में बनने वाले तूफानों के लिए 8 नामों की सूची दी है। इन आठ देशों में अगर चक्रवात आता है तो भेजे गए नामों में बारी-बारी एक नाम चुना जाता है।
  5.  भारत में 10 साल तक एक नाम दोबारा इस्‍तेमाल नहीं किया जाता। साथ ही ज्‍यादा तबाही मचाने वाले चक्रवातों के नाम को निरस्‍त कर दिया जाता है।
  6. भारत ने इस सूची के लिए अग्नि आकाश, बिजली, जल, लेहर, मेघ, सागर और वायु नाम का सुझाव दिया है। वहीं, पाकिस्तान ने ‘निलोफर’, ‘बुलबुल’ और ‘तितली’ जैसे नाम दिए।
  7. पिछले साल आंध्र प्रदेश और ओडिशा में आए तितली चक्रवाती तूफान को यह नाम पाकिस्तान ने दिया था। इसी तरह 2017 में केरल और तमिलनाडू के तटवर्ती क्षेत्रों में भारी तबाही मचाने वाले तूफान ओखी को यह नाम बांग्लादेश ने दिया था।
  8. अमेरिका में तूफानों के 21 नामों की सूची तैयार की जाती है। यह नाम अंग्रेजी के Q, U, X, Y और Z अक्षरों को छोड़कर हर अल्फाबेट से रखे जाते हैं।
  9. किसी साल में 21 से ज्यादा तूफान आने पर उसका नाम यूनानी अक्षर अलफा, बीटा, गामा के नाम से रखे जाते हैं।
  10. तूफानों का नाम तय करने में ऑड-ईवन यानी सम-विषम का फॉमूर्ला अपनाया जाता है। मतलब ऑड साल में आने वाले तूफानों के नाम स्त्री प्रधान होते हैं, जबकि ईवन साल में आने वाले तूफान के नाम पुरुष प्रधान होते हैं।
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