रायपुर, गौ-तस्करी के मामले में छत्तीसगढ़ का नाम भी प्रमुखता से शामिल हो गया है। गौसेवक संघ प्रमुख ओमेश बिसेन ने प्रदेश में हो रही गौमाता सहित अन्य पशुधन की अवैधानिक रूप से हो रही तस्करी पर चिंता जताते हुए, प्रशासन पर गौ-तस्करों की मदद करने का आरोप लगाया। बिसेन के नेतृत्व में ही पिछले दिनों महासमुंद में गौ-सेवको के लिए गौ/तस्करी रोकने और प्रदेश में पशुधन विकास को लेकर जागरूकता लाने महासमुंद जिला मुख्यालय पर रैली निकालकर लोगो को गौ- सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया।
जागरूकता रैली के बाद शहर में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में गौ-धन विकास एवं संवर्धन के नए तौर/तरीको के बारे में गौ-सेवकों को जानकारी दी गई और प्रदेश में गौ-धन की सुरक्षा के लिए जिलास्तरीय टीमों को इस दिशा में सूचनाओं के संकलन और बेहतर आपसी तालमेल बैठाकर गौ-माता को संरक्षण प्रदान करने का कार्यक्रम का रोडमैप भी तैयार किया गया।
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आपको बता दें कि पूर्व में भी महासमुंद में ही गौ सेवकों द्वारा उग्र आंदोलन किया गया था जिसमें गौ सेवकों ने शहर में रैली निकाली थी और कुछ गौ सेवको ने महासमुंद से रायपुर तक की पदयात्रा भी की थी अब फिर से एक बार महासमुंद में ही गौ तस्करी के मामले को लेकर गौ सेवकों ने आवाज बुलंद की है।
गौ सेवकों का आरोप है की सीमा पर सेना ने जिस गौ तस्कर को पकड़ा है वह भी सरफराज है और महासमुंद जिले में जो गौ तस्कर सक्रिय है उसका भी नाम सरफराज ही है और यह भी उतना ही घातक है जितना की सीमा में पकड़ा गया तस्कर है इस बात को लेकर गौ सेवकों ने प्रशासन को चेताया है कि अगर महासमुंद जिले में सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो गौ सेवक फिर से एक बार उग्र आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक महासमुंद जिले में हर महीने हजारों की तादात में गौ धन की तस्करी होती है। इन तस्करों को प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ है। पिछले दिनों बागबाहरा रोड पर गौ-तस्करी रोकने गए युवकों पर तस्करों के कहने पर बलवा व लूट वो भी 6 हजार रुपये की फर्जी रिपोर्ट का दर्ज होंना इस बात का प्रमाण है कि प्रशासन भी इस तस्करी में बराबर का भागीदार बन चुका है। गौसेवकों ने मांग की है कि हाल ही में जिले में उत्तम साहू ओर सुमन सेन्द्रे के खिलाफ गौ-तस्करों की शह पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है।
प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए गौसेवकों ने फर्जी रिपोर्ट निरस्त कर, गौ तस्कर पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है और चेतावनी देते हुए कहा है कि, उसकी मांगे पूरी नही की गई तो गौसेवक उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।