नई दिल्ली, मोदी सरकार के डिजीटल इंडिया को उन्हीं के राज्य गुजरात में जोरदार झटका लगा है। जब देश और दुनिया 3 जी और 4 जी के साथ फर्राटा भर रही है, ऐसे में गुजरात के बानसकांठा के दंतीवाड़ा गांव में थकोर समुदाय ने अविवाहित लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल पर बैन लगाने का फरमान लगाया है। थकोर समुदाय ने रविवार को गांव में एक बैठक की, जिसमें यह निर्णय कर ‘संकल्प’ लिया गया।
गुजरात के थकोर व आंजना चौधरी समाज ने युवतियों को अंतर्जातीय विवाह से दूर रहने की सलाह दी है। थकोर समाज ने तब कुंवारी लडकियों के मोबाइल रखने पर भी प्रतिबंध लगाया है। ऐसा नहीं करने वाली युवतियों के परिवार को आर्थिक दंड की घोषणा की गई है।
प्रणत प्रदेश के एक विधायक की पुत्री के दलित युवक से प्रेम विवाह की चर्चा के बीच गुजरात के दो प्रमुख ओबीसी समाज ने पंचायत बुलाकर युवतियों को अंतर्जातीय विवाह नहीं करने की सलाह देते हुए बताया कि परिवार की मर्जी के साथ विवाह उनके दुख का कारण बन जाता है। । सामाजिक जिम्मेदारी व अपने समाज की दिशा मेंथा को भूलकर अन्य समाज व जाति के युवक से विवाह करना उचित नहीं है। थकोर समाज ने तो बाकायदा कुंवारी युवतियों के पास मोबाइल पाए जाने पर आर्थिक दंड का भी ऐलान किया है इसके अलावा सामूहिक विवाह करने पर परिवार पर एक से दो लाख तक का हमलों लगाने की घोषणा की है।
बनासकांठा जिले के दांतीवाड़ा तहसील में 12 गांवों में समुदाय के बुजुर्गों ने बीते दिनों एक बैठक कर सर्वसम्मति से यह फरमान जारी किया। कांग्रेस विधायक गनीबेन ठाकोर ने कहा कि लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर रोक में उन्हें कुछ गलत नहीं दिखाई देता। उन्हें तकनीक से दूर रहना चाहिए और पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।
समाज के नेता सुरेश ठाकोर ने कहा कि लड़कियों के मोबाइल फोन उपयोग करने पर रोक है ताकि वे पढ़ाई पर ध्यान दे सकें। समाज ने विवाह समारोह में डीजे, आतिशबाजी और बड़ी बारात को भी फिजूल खर्च बताया है।
वहीं इस मामले पर कांग्रेस विधायक अल्पेश तकोर ने कहा कि वह शादियों में सामान्य खर्च रोकने के फैसले का स्वागत करते हैं, ताकि शिक्षा पर अधिक धन खर्च किया जा सके। अविवाहित युवतियों के मोबाइल के उपयोग का भी वे समर्थन करते हैं लेकिन अंतर्जातीय विवाह पर अल्हेश ने समर्थन देने से इनकार करते हुए कहा कि वे ऐसा नहीं कर सकते हैं अजयूँ कि उन्होंने खुद अंतरजातीय विवाह किया है।
बता दें, अगर ये नियम लागू हो जाता है तो ये बानसकांठा के दंतीवाड़ा गांव के साथ कोटजा, गगूदा, ओडवा, हरियावाड़ा, मरपुरिया, शेरगढ़, तेलपुरा, रंदौल, रतनपुर, दनारी और वेलावास जैसे आसपास के गांवों में भी लागू माना जाएगा।
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