नई दिल्ली, 22 जनवरी 2020

द इकोनॉमिस्ट ग्रुप की रिसर्च एंड एनालिसिस डिविजन यानि द इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट (ईआईयू) की ओर से डेमोक्रेसी इंडेक्स 2019 जारी किया है। जिसमें भारत का स्थान 51वां रहा है। डेमोक्रेसी इंडेक्स 2019 के मुताबिक भारत में डेमोक्रेसी घटी है और ये साल 2018 के मुकाबले साल 2019 में 10 अंक फिसलकर 51वें स्थान पर पहुंच गई है।

इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस  यूनिट ने विश्व के 167 देशों से आंकड़े जुटाकर डेमोक्रेसी इंडेक्स 2019 तैयार किया है। इंडेक्स के मुताबिक विश्व के 167 देशों को चार कैटेगरीज में बांटा गया। जिसमें पहली कैटेगरी फुल डेमोक्रेसी वाले देशों की रही।

पूर्ण लोकतांत्रिक यानि फुल डेमोक्रेसी कैटेगरी में 22 देश शामिल हैं। इस श्रेणी में शामिल नॉर्वे को पूरी तरह लोकतांत्रिक देश माना गया है और नंबर एक की पोजीशन पर रखा गया है। फुल डेमोक्रेसी श्रेणी में शामिल 22 देशों में विश्व की कुल आबादी की मात्र 5.7 फीसदी आबादी निवास करती है। इस श्रेणी में शामिल देशों में नॉर्वे, डेनमार्क स्वीडन, फिनलैंड, कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया आदि देश शामिल हैं।

दूसरी कैटेगरी फ्लॉड डेमोक्रेसी  यानि त्रुटिपूर्ण लोकतांत्रिक देशों की है। इस श्रेणी में विश्व के 54 देश शामिल हैं। त्रुटिपूर्ण डेमोक्रेसी वाले देशों में भारत को स्थान मिला है। इस श्रेणी में शामिल देशों में विश्व की कुल आबादी की 42.7 फीसदी आबादी निवास करती है। इस श्रेणी में शामिल देशों में संयुक्त राज्य  अमेरिका, रूस जर्मनी, कोलंबिया, अर्जेंटीना, साउथ अफ्रीका, इंडोनेशिया, मलेशिया आदि देश शामिल हैं।

तीसरी कैटेगरी है हाइब्रिड रिजीम यानि वर्ण संकर सरकारें। इस श्रेणी में 37 देश शामिल हैँ। पाकिस्तान को इसी वर्णशंकर शासन वाले देशों में शामिल किया गया है। इस श्रेणी के 37 देशों में विश्ब की कुल आबादी की 16 फीसदी जनसंख्या निवास करती है। इस श्रेणी में शामिल देशों में बोलिविया, मोरक्को, बाली आदि देश शामिल हैं।

चौथी कैटेगरी है अथॉरिटेरियन यानि सत्तावादी लोकतंत्र। इस श्रेणी में विश्व के 54 देश शामिल हैं। इन देशों में विश्व की 35.6 फीसदी आबादी निवास करती है। इस श्रेणी में  शामिल देशों में सऊदी अरेबिया, उत्तर कोरिया, उज्बेकिस्तान, सीरिया, यमन, तुर्कमेनिस्तान आदि देश शामिल हैं।

इकॉनोमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट के डेमोक्रेसी इंडेक्स 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व में लोकतंत्र का

स्कोर 2018 की तुलना में 5.48 फीसदी गिरा है। लोकतांत्रिक शासन को लेकर ये गिरावट 2006 की तुलना में सबसे ज्यादा है। डेमोक्रेसी इंडेक्स 2019 के परिणाम वैश्विक आर्थिक औऱ वित्तीय संसाधनों पर स्वामित्व और अधिकारों के आधार पर तैयार किया गया है।

वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक दृष्टिकोण में गिरावट चिंता का विषय

लोकतंत्र के प्रति वैश्विक दृष्टिकोण पर प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा सर्वेक्षण हाल के वर्षों में किया गया। जिससे साफ हुआ कि दुनिया भर में लोकतंत्र को लेकर मतभेद सामने आए हैं।  लोकतंत्र और राजनीतिक प्रणाली के कामकाज के साथ लोकप्रिय प्रतिनिधित्व ने लोगों को निराश किया है। 

प्रसिद्ध लोकतांत्रिक विद्वान लैरी डायमंड के अनुसार, “हम एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जहां लोकतंत्र में मंदी है और वह विकासशील देशों में सत्तावाद के प्रति रुझान की ओर इशारा करता है।” इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के डेमोक्रेसी इंडेक्स ने भी इन रुझानों को नोट किया है।

 

 

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