नई दिल्ली, 28 फरवरी 2020
दिल्ली में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। इससे पहले ये आंकड़ा 39 बताया जा रहा था, लेकिन कुछ और घायलों के इलाज के दौरान तम तोड़ देने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 42 हो गया है। दंगों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया है। दंगाग्रस्त इलाकों में आज पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज की टुकड़ियां मार्च कर रही हैं। हिंसा में जले इलाकों में आज दुकानें खुली हैं, माहौल शांत हैं लेकिन तनावपूर्ण हैं।
इधर दिल्ली पुलिस की एसआईटी और फोरेंसिक टीम ने आम आदमी पार्टी के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन के घर से साक्ष्य एकत्रित किये हैं। ताहिर हुसैन पर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या करने के लिए लोगों को उकसाने और हिंसा के लिए अपने मकान को दंगाइयों का कंट्रोल रूम बनाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा का शव चांदबाग से बरामद किया गया था। ऑटोप्सी रिपोर्ट में अंकित शर्मा के शरीर को 400 से ज्यादा बार चाकू से गोदा गया था।
गौरतलब है कि 24, 25 और 26 फरवरी को दिल्ली के उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा भड़क उठी थी। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग और नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन कर रहे लोग आपस में भिड़ गए थे। इसके बाद भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने घरों की छतों पर चढ़कर पथराव किया, पेट्रोल बम फोड़े, तेजाब से भरी थैलियां फेंकी, गुलेल से ईंट-पत्थर बरसाये, घरों, दुकानों, गलियों औऱ शोरूमों में खड़े वाहनों को फूंक डाला, सैकड़ों दुकानों, मकानों को जला डाला।