नई दिल्ली,
संस्कृत विश्वविद्यालयों में करीब 809 शिक्षकों के पद खाली हैं. इसकी जानकारी लोकसभा सत्र के दौरान मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने दी है। रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार से फंड प्राप्त करने वाले संस्कृत विश्वविद्यालय और इंस्टीट्यूशन्स में 1748 पदों में से करीब 800 शिक्षकों के पद खाली हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने खाली जगहों को भरने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है और वर्तमान में कमी को पूरा करने के लिए गेस्ट और पार्ट टाइम फैकल्टी के जरिए पूरा करेंगे। इस मामले में एक सवाल का जवाब देते हुए रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि करीब 120 यूनिवर्सिटी ऐसी हैं, जहां पर संस्कृत को एक विषय के तौर पर या भाषा के तौर पर पढ़ाया जाता है, जबकि 15 संस्कृत विश्वविद्यालय हैं, जिनमें से तीन डीम्ड यूनिवर्सिटी में से एक को पूरी तरह से केंद्रीय सरकार फंड देती है।
इन विश्वविद्यालयों से 1000 ट्रेडिशनल संस्कृत कॉलेजों को मान्यता मिली हुई है और इन कॉलेजों में करीब 10 लाख स्टूडेंट पढ़ते हैं।