रायपुर,

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजीव भवन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान रो पडे। राजधानी के राजीव भवन में नए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम का पदभार ग्रहण समारोह आयोजित किया गया था। इस मौके पर सरकार के मंत्री और कांग्रेस के शीर्ष नेता राजीव भवन में मौजूद थे। बड़ी तादात में मिडियाकर्कमी भी थे। सीएम भूपेश अपने संबोधन के दौरान कई बार भावुक हुए। एक मौका ऐसा आया, जब अपने कार्यकाल और पार्टी कार्यकर्ताओं के संघर्ष को याद करते हुए भूपेश बघेल रो पड़े।

मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि टीएस सिंहदेव अगर साथ नहीं होते तो शायद आज इतनी बड़ी जीत नहीं होती। जैसे ही मुख्यमंत्री ने ये बात कही उनकी आंखो से आंसू आने लगे, जिसे देख सभी कार्यकर्ता हाल में भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मोहन मरकाम कोंडागांव से विधायक है, संघर्षशील व्यक्ति है। उन्होंने कहा  कि मोहन ने मेरी हर पद यात्रा में साथ दिया।  वे हमेशा आगे होते थे, और हमलोग काफी पीछे होते थे। आज से 5 साल पहले जब हम विधानसभा चुनाव हार गए थे तब मुझे राहुल गांधी ने जिम्मेदारी दी और हमने संघर्ष कर चुनाव जीता। यह लड़ाई प्राधिकरण परिवर्तन तक का सफर रहा है। इस दौरान कई आंदोलन किए गए जिनमें किसानों के लिए हों या मजदूरों के लिए या नौजवानों के लिए या महिलाओं के लिए, राहुल गांधी यहां के बारे में लगातार मॉनिटरिंग करते रहे, हमारा मार्गदर्शन करते रहे। आज पूरे देश में छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं की मिसाल देते है। इसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूँ।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव भवन के लोकार्पण के लिए राहुल गांधी जी से समय लिया गया था। जब वे आए तो भवन में घुटने तक पानी भरा हुआ था। राहुल गांधी ने मुझसे कहा था कि शिलान्यास किया था, और राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही राहुल गांधी जी ने भवन का उद्घटान किया। तब उन्होंने कहा था कि इतनी बड़ी इमारत तो किसी भी राज्य की नहीं होगी। सभी विधायकों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के साथ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मंत्री शिव डहरिया, कवासी लखमा, मोहम्मद अकबर, प्रेम साय सिंह टेकाम, जय सिंह अग्रवाल के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शामिल हुए।

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