बिलासपुर, बिलासपुर जिले के गनियारी में प्रदेश के पहले आजीवका अंगना के बाद अब छत्तीसगढ़ सरकार आजीविका अंगना (मल्टी एक्टिविटी सेंटर) को हर जिले में लांच करने जा रही है। इसके लिए पंचायत विभाग ने हर जिले से प्रस्ताव आमंत्रित किया है। बस्तर से लेकर सरगुजा-जशपुर तक आजीविका अंगना का विस्तार किया जा रहा है। इससे जिलों में करीब एक हजार युवाओं और महिलाओं को रोजगार मिलेगा। जबकि प्रदेश में करीब 20 हजार युवाओं और महिलाओं को सीधा रोजगार मिलने की संभावना है।पंचायत विभाग के आला अधिकारियों के मुताबिक जिलों में दो से तीन एकड़ में विकसित करने का प्रस्ताव मंगाया गया है। इस पर करीब तीन करोड़ स्र्पये खर्च होने का अनुमान है।
आजीविका अंगना में गणवेश और जूट बैग की सिलाई, अगरबत्ती, एलईडी बल्ब, कांच की चूड़ी तथा सेनेटरी पैड बनाने का काम किया जाएगा। बाहर में पेवर ब्लॉक, फ्लाई-एश ब्रिक्स, सीमेंट पोल एवं चौन-लिंक फेंसिंग बनाने का काम शुरू किया जाएगा।इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर मिलने वाले कच्चे माल के आधार पर भी रोजगार शुरू किया जाएगा। सेंटर में कौशल विकास का काम भी किया जाएगा। महिलाओं को अलग-अलग क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा। सिलाई से लेकर सेनेटरी नैपकिन बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही सरकारी विभाग की ओर से मिलने वाली सहायता भी दी जाएगी। यह पूरी योजना स्वसहायता समूहों की महिलाएं को आर्थिक मोर्चे पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की जा रही है।
ऐसा भी माना जा रहा है कि राज्य सरकार की योजनाओं से इस प्रोजेक्ट को जोड़ा जाएगा। इसमें महिला बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग की योजनाओं को प्रमुखता से लागू किया जाएगा।
बता दें बिलासपुर जिले में तखतपुर के गनियारी में प्रदेश का पहला आजीविका अंगना की शुरुवात हो गयी है। 1 अगस्त हरेली तिहार में सीएम ने प्रदेशवासियो को पहले आजीविका अंगना का उद्घाटन किया था।