मुंगेली/ बारिश की वजह से सब्जियों का आवक घटने लगा है इसके चलते मार्केट में सब्जियों के दाम बढ़ना शुरू हो गया है। सब्जियां खरीदने पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार जयकुमार ताम्रकार का कहना है कि सब्जियों के दाम बढ़ने से उनके घर का बजट भी गड़बड़ हो गया है। मानसून आते ही मुनाफाखोरों भी बढ़ने लगती है इस वजह से सब्जी के दाम आसमान छूने लगते है। चिल्हर में सब्जी के दो से चार गुना बढ़ गए है कुछ हफ्ते पहले सप्ताह तक बस टमाटर का रेट बढ़ा था, लेकिन अब बाकी सब्जियां भी महंगी हो गई है खासकर थोक और चिल्लर में सब्जियों के दाम में काफी फर्क आ गया है। वर्तमान में खेखसा- 120 रुपए किलो,टमाटर- 40 और 50 रुपए किलो,गोभी- 80 रुपए किलो,गिलकी- 40 रुपए किलो,शिमला मिर्च- 80 रुपए किलो,मुनगा- 70 रुपए किलो,टमाटर- 50 रुपए किलो,धनिया- 200 रुपए किलो,अदरक- 120 रुपए किलो,मशरुम- 2000 रुपय किलो,मूली और भट्टा,करेला 40 रुपय किलो बिक रही है।स्थानीय स्तर पर सब्जियों का आवक कम हो गया है।लोक बाजारों से सब्जी नहीं आने से आने वाले समय में दाम में और ज्यादा इजाफा हो सकता है. बाजार में भाव नियंत्रण की कोई व्यवस्था नहीं है इस वजह से मुनाफाखोरों को इसका सबसे बड़ा फायदा मिल रहा है।
loading...