रायपुर,
भारत अनेकता में एकता वाला देश है, जहां साम्प्रदायिक सौहार्द्र और धर्मनिरपेक्षता को देश को ताना-बाना कहा जाता है। जानकार कहते हैं तमाम विविधताओं के बावजूद भारत एक है तो ये देश की बड़ी उपलब्धि है और पश्चिम के तमाम शोधकर्ताओं के लिए आश्चर्य का विषय भी है। लेकिन देश में दूसरी बार भाजपा को मिले अपार बहुमत के बाद “मॉब लिंचिग” और “असहिष्णुता” शब्द फिर से सुर्खियों में आने लगे हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने आरोप लगाया है कि भाजपा को बहुमत मिलने के साथ ही देश में मॉब लिचिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली, मथुरा, गुरुग्राम, सिवनी, बेगूसराय की घटनाएं दिखा रही हैं कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता के मुताबिक देश में असहाय निर्बल लोगों पर दबाव डालकर भीड़तंत्र अपनी बातें मनवाना चाह रहा है। ये परिस्थियां देश की गंगा-जमुनी तहजीब के खिलाफ है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए को जनता ने जनादेश देश को मजबूत करने और देश में चल रहे तमाम विकास कार्यों को और गति देने के लिये दिया है, न कि धर्म, जाति के आधार पर कुछ लोगों को दबाने की कोशिश करने के लिए।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व में भी केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने में विफल रही है। अब दोबारा जनादेश मिलने के बाद बढ़ते मॉब लिंचिंग की घटनाएं देश के लिए नई चिंता का विषय है। देश की सुरक्षा, सामाजिक समरसता, भाईचारा, एकता अखंडता को बचाए रखने अविलंब इस प्रकार की घटनाओं पर कड़ाई से कार्यवाही होनी चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं से विश्व स्तर पर देश की छवि धूमिल हो रही है। देश में बढ़ रही असहिष्णुता की घटनाओं को रोका नहीं गया तो आने वाले दिनों में यह विकराल रूप धारण कर लेगा, जो देश हित में नहीं है।