रायपुर,
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बने छह महीने हो चुके हैं, लेकिन अधिकारी अभी तक यहां भाजपा की सरकार ही मान कर चल रहे हैँ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनहित से जुड़े तमाम फैसले बीते 6 महीनों में लिये हैं। यहां तक कि पूर्ववर्ती सरकार की ओर से चलाई जा रही तमाम योजनाओं के नाम भी भूपेश बघेल सरकार के द्वारा बदले गए हैँ।
इसी कड़ी में 5 जून को भूपेश बघेल सरकार ने फैसला किया था कि अब से छत्तीसगढ़ शासन का नारा ‘विश्वसनीय छत्तीसगढ़’ (Credible Chhattisgarh) न होकर “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” होगा। हालांकि कांग्रेस सरकार ने राज्य के प्रतीक वाक्य को विश्वसनीय छत्तीसगढ़ से बदलकर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ किये जाने संबंधी कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया है।
लेकिन सरकारी कामकाज में गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा नजर आने लगा था, लेकिन राज्य शासन की आधिकारिक वेबसाइट https://www.cgstate.gov.in/ पर अभी भी ‘विश्वसनीय छत्तीसगढ़’ (Credible Chhattisgarh) का नारा ही दिखाई दे रहा है।
यानि कि चिप्स और एनआईसी की ओर से वेबसाइट को अपडेट करके नई सरकार के हिसाब से नहीं चलने का मन बना रखा है। पुरानी सरकार के समय चिप्स और एनआईसी का पूरा कंट्रोल सुपर सीएम कहे जाने वाले संविदा पर नियुक्त अधिकारी अमन सिंह के हाथ में था। इसलिये चिप्स और एनआईसी के अफसर वेबसाइट के अपडेशन के लिए हर समय तैयार रहते थे, लेकिन जब से कांग्रेस सरकार आई है, तमाम वेबसाइट, सर्वर, लिंक, जमीन रिकॉर्ड, नक्शे और रजिस्ट्रियों को ऑनलाइन करने का सिस्टम एक तरह से ठप पड़ गया है। अब डिजिटल और ई-गवर्नंस का ये काम जान बूझकर ठप किया जा रहा है या कांग्रेस सरकार की नजर इस ओर नहीं जा रही है। ये सोचनीय विषय जरूर है।
एक नजर उन योजनाओं पर जिनके नाम कांग्रेस सरकार आने के बाद बदले गए-
- नया रायपुर का नाम अब नवा रायपुर
- दीनदयाल उपाध्याय स्वावलंबन योजना अब राजीव गांधी स्वावलंबन योजना
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय एलईडी पथ प्रकाश योजना अब इंदिरा प्रियदर्शिनी एलईडी पथ प्रकाश योजना
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय सर्व समाज मांगलिक भवन योजना अब डॉ़ बीआर आंबेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन योजना
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय आजीविका केन्द्र योजना अब राजीव गांधी आजीविका केन्द्र योजना
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय शुद्ध पेयजल योजना अब इंदिरा प्रियदर्शिनी शुद्ध पेयजल योजना
- राजमाता विजयाराजे कन्या विवाह योजना अब मिनीमाता कन्या विवाह योजना
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्न श्रम सहायता योजना अब शहीद वीर नारायण सिंह श्रम सहायता योजना।
सत्ता बदलने के बाद शहर, स्टेशन, चौक-चौराहों, भवनों का नाम बदलने का खेल भाजपाई सरकारों में खूब होता रहा है। केन्द्र में पहली बार मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद नाम बदलने का ये चलन जोरों पर रहा है। इसमें आश्चर्य की बात नहीं कि छत्तीसगढ़ में सत्ता बदलने के बाद कांग्रेस सरकार भाजपाई सरकार के समय निर्धारित किये गए नारों और नामों को बदल रही है। हालांकि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता इसका विरोध कर रहे हैं। लेकिन वो राजनीति के तहत कर रहे हैं। लेकिन आश्चर्य उन अधिकारियों को लेकर है जो शासन के लिए शासन के तहत शासन के हिसाब से काम करते हैं और उनको करना भी चाहिए लेकिन राज्य शासन की आधिकारिक वेबसाइट से भाजपाई सरकार के समय का नारा विश्वसनीय छत्तीसगढ़ हटाकर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ नहीं लगाया गया है।