रायपुर,
1 जुलाई का दिन छत्तीसगढ़ की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए खुशखबरी लेकर आया है। राज्य सरकार ने अपने घोषणा पत्र के मुताबिक आज से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ा दिया है। 1 अगस्त को मिलने वाली तनख्वाह बढ़े हुए मानदेय के हिसाब से मिलेगी। मानदेय बढ़ने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के चेहरे पर खुशी है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वर्तमान में 5000 रुपये मानदेय मिलता है, अगस्त में मानदेय बढ़कर 6500 मिलेगा। इसी तरह आंगनबाड़ी सहायिकाओ को वर्तमान में 2500 रुपये मानदेय मिलता है, बढ़ोत्तरी पश्चात ये 3250 रुपये मिलेगा। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वर्तमान में 3250 रुपये मानदेय मिलता है, लेकिन अब ये 4500 रुपये हो गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को दिये जाने वाले मानदेय में एक हिस्सा केन्द्र सरकार की ओर से आता है जबकि एक हिस्सा राज्य सरकार की तरफ से दिया जाता है। वर्तमान में प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के 46660 पद स्वीकृत हैँ। जबकि मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के 5814 पद स्वीकृत हैं।
मानदेय बढ़ाने की घोषणा सरकार ने अनुपूरक बजट पेश करते समय की थी, मानदेय बढ़ने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। बिलासपुर के तिफरा के आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत वंदना बारमाटे ने बताया कि शादी के एक साल बाद ही पति की मृत्यु हो जाने से उनपर विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा था। घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधे पर आ गयी। उनकी बेटी भी उस समय छोटी थी। उनकी 14 साल की बेटी ने इस साल 11वीं कक्षा में प्रवेश लिया है। घर के खर्चे और बेटी के भविष्य के लिये अब उन्हें पैसे जोड़ना है।
वंदना बताती हैं कि 11 साल पहले जब वह आंगनबाड़ी में आयी थीं, तब डेढ़ हजार रूपये मिलते थे। सरकार द्वारा मानदेय बढ़ाने के बाद अब उन्हें साढ़े 6 हजार रूपये मिलेंगे। यह राहत उनके लिए बहुत मायने रखती है। एक-एक रूपए का उनके जीवन में बहुत महत्व है। सरकार ने मानदेय में पंद्रह सौ रूपये बढ़ाकर उनकी बहुत मदद की है। उन जैसी कई कार्यकर्ताओं की चिंता करने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया।