घटनास्थल से पुलिस पार्टी ने नक्सलियों के शव सहित हथियारों व विस्फोटक बरामद किया है। वहीं इस मुठभेड़ में पुलिस को और 5-6 नक्सलियों के मारे जाने के सबूत मिले हैं

बस्तर आईजी विवेकानंद सिंहा ने बताया कि सूचना मिली थी कि उड़ीसा सीमा से लगे ग्राम तिरिया के जंगल में शहीद सप्ताह में बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में काफी संख्या में नक्सली एकत्र हुए हैं। फौरन ही नगरनार थाने से एसटीएफ, डीआरजी और डीएफ का संयुक्त पुलिस बल गश्त सर्चिंग के लिए रवाना किया गया, जिसने योजनाबद्ध तरीके से इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी।

पुलिस की मौजूदगी भांपकर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फौरन मोर्चा संभालते हुए फायरिंग की। लगभग एक घंटे की मुठभेड़ के बाद अंतत: नक्सली घने जंगल और पहाड़ी की आड़ लेकर भाग गए।

आईजी के मुताबिक मुठभेड़ स्थल पर मिले खून के धब्बे और घसीटे जाने के निशान से यह साबित होता है कि कम से कम 5 से 6 और नक्सली मारे गए हैं और कई लहुलूहान हुए हैं। सहयोगियों के शव नक्सली अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे।

बस्तर आईजी सिंहा ने बताया कि मौके से 7 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, जिनके शिनाख्त की जा रही है। घटनास्थल की खोजिंग के दौरान इंसास रायफल, 303 रायफल, 12 बोर भरमार बंदूक, बैनर, पोस्टर, दवाईयां, गोला-बारूद, डेटाोनेटर, बिजली के तार, बैटरी, पिट्ठू, दैनिक उपयोग की सुरक्षा और नक्सली साहित्य का जखीरा बरामद किया गया है।

(सभी तस्वीरें @ गूगल)