रायपुर, 24 जुलाई 2019,
श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी, धनेली में यूजीसी के चेयरमैन प्रो. डॉ. डीपी सिंह ने कहा कि मूल्य आधारित शिक्षा के लिए आवश्यक है कि प्राध्यापक खुद को विद्यार्थियों के सामने एक रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें। जिससे विद्यार्थी उनके सकारात्मक गुणों को ग्रहण कर सकें।
डॉ. डी पी सिंह ने कहा कि प्राध्यापक का कर्तव्य है कि शिक्षा के माध्यम से एक जिम्मेदार नागरिक का निर्माण करें जो जीवन के सभी पक्षों के मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण हो। इसके लिए आवश्यक है कि विद्यार्थी के साथ-साथ प्राध्यापक भी अनुशासित रहें।
यूजीसी के चेयरमैन प्रो. डॉ. डीपी सिंह एसआरयू में आयोजित ‘यूनिवर्सिटी के गुणोत्तर विकास एवं शिक्षा पद्धति’ सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अनंत विभूषित श्री रविशंकर जी महाराज (श्री रावतपुरा सरकार) की स्तुति एवं मां सरस्वती की वंदना के साथ हुआ। प्रो. डॉ. डीपी सिंह ने इस अवसर पर गुरुदेव रवीन्द्र टैगोर, स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी एवं अन्य महापुरुषों के आदर्शों पर चलने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
उन्होंने उपस्थित प्राध्यापकों, छात्र-छात्राओं से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की जागरूकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में नव-प्रवेशी छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया जाए। उन्होंने शोध को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्तापूर्ण जर्नल्स में शोधप्रत्र प्रकाशित करने पर जोर दिया।
एसआरयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) अंकुर अरुण कुलकर्णी ने यूजीसी चेयरमैन डॉ. डीपी सिंह का शॉल, श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कुलपति डॉ. कुलकर्णी ने यूनिवर्सिटी के निर्माण से लेकर अभी तक की उपलब्धियों का खाका सबके सामने रखा।
उन्होंने विद्यार्थियों के लिए यूनिवर्सिटी में तैयार की गई भविष्य की कार्ययोजना को भी प्रस्तुत किया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी की प्राध्यापक डॉ. देवयानी शर्मा ने बताया कि देश की प्रतिष्ठित 26 कंपनियां अभी तक विश्वविद्यालय में प्लेसमैंट कैंप आयोजित कर चुकी हैँ। जिनमें 150 से ज्यादा स्टूडेंट्स सलेक्शन किया गया है।
यूनिवर्सिटी उन्नत भारत अभियान एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के जरिये सामाजिक मूल्यों को निभाने को प्रयासरत है। कार्यक्रम का संचालन यूनिवर्सिटी के निदेशक अतुल कुमार तिवारी ने किया।
इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के सभी संकायों के प्राचार्य, विभागाध्यक्ष तथा प्राध्यापक उपस्थित रहे।