रायपुर, 11 मई, 2019
इसे आप किसी की तारीफ में पढ़े गए कसीदों से न जोड़ें, बल्कि ये हकीकत है। रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने अपने नाम के अनुरूप ‘विकास’ आपके द्वार’ पहुंचाने का जिम्मा अपने कंधों पर उठाया हुआ है। सुबह हो या शाम, दिन हो या रात, विधायक विकास उपाध्याय को अपने क्षेत्र की किसी समस्या या परेशानी का पता चलता है वो अपने दल-बल के साथ मौके पर जा पहुंचते हैं और वहां से तब तक नहीं हटते हैं, जब तक कि उस समस्या का मौके पर ही समाधान न कर दिया जाए।
एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है,,,कुछ तस्वीरें आपके लिए हैं आप इन्हें देखिये और समझिये कि आखिर कहानी क्या है।
सिर पर हैट, टी-शर्ट, ट्रैकशूट, और अपने डोले-शोले के साथ अलग-अलग तस्वीरों में दिखाई दे रहे ये शख्स कोई फिल्मी हीरो नहीं बल्कि असल ज़िंदगी के विधायक विकास उपाध्याय हैं, जो रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं। अपने नाम के मुताबिक अपने क्षेत्र में विकास की गाड़ी को पंक्चर नहीं होने देने का संकल्प विकास उपाध्याय ने लिया हुआ है। ‘विकास’ के संकल्प की कुछ झलकियां आपको दिखाता हूं…जो मैनस्ट्रीम मीडिया आपको कभी नहीं दिखाएगा।
झलकी नंबर -1
तारीख-10 मई 2019, दिन- गुरुवार, समय- रात 12 बजे
10 मई गुरुवार को रायपुर शहर के डीडीनगर, रोहिणीपुरम, चंगोराभाटा, प्रोफेसर कॉलोनी जैसे कई इलाके एक फॉल्ट की वजह से अंधेरे में डूब गए। कुछ घंटों तक घरों में अंधेरा छाया रहा, सोशल मीडिया पर लोगों ने बिजली जाने को कांग्रेस सरकार की नाकामी से जोड़ना शुरु कर दिया और मजाक बनना शुरु हो गया। लेकिन जैसे ही विधायक विकास उपाध्याय को कई इलाकों में बिजली बंद होने की सूचना मिली वो तत्काल सीएसईबी के दफ्तर पहुंचे और बिजली कटौती की वजह जानी। विधायक के बिजली दफ्तर पहुंचने की सूचना से सीएसईबी और सीएसपीडीसीएल कर्मचारियों में खलबली मच गई। बिजली विभाग के निचले से लेकर ऊंचे स्तर तक के अधिकारी आनन-फानन में हरकत में आ गए। इसके बाद विधायक विकास उपाध्याय ने बिजली कर्मचारियों के साथ गुढ़ियारी, विकास नगर, एकता नगर, आमानाका, लाखे नगर, डीडी नगर, कोटा इलाके में घूम-घूमकर बिजली व्यवस्था का जायजा लिया और लाइट जलवाई।
झलकी नंबर-2
तारीख 11 मई 2019, दिन- शनिवार, समय- सुबह 11 बजे
जनता की समस्याओं के समाधान के लिए चौबीस घंटे सातों दिन उपलब्ध रहने के मोटो के साथ विधायक विकास उपाध्याय काम कर रहे हैं। जनता की समस्या का समाधान मेरा कर्तव्य है, ऐसा विधायक विकास उपाध्याय का कहना है। इसी मंत्र को फॉलो करते हुए शनिवार को विकास उपाध्याय ने शहीद चूड़ामणि वार्ड, ठाकुर प्यारेलाल वार्ड, स्वामी आत्मानंद वार्ड में तेज गर्मी और धूप के बावजूद दौरा किया और जनता से मेल-मिलाप कर उनकी समस्याओं को जाना। दौरे के दौरान शिकायत मिली कि इलाके का बोर खराब है। विकास ने खुद खड़े होकर बिगड़े पड़े बोर को सुधरवाया और जब तक उसमें से पानी नहीं निकला, तब तक वहां से गये नहीं।
झलकी नंबर-3
तारीख-11 मई 2019, दिन-शनिवार, समय- सुबह 6 बजे
साफ पानी और स्वच्छ हवा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है और हर सरकार को इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए विधायक विकास उपाध्याय ने सुबह 06:00 बजे दानवीर भामाशाह वार्ड, सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड, टाटीबंध एवं संत रामदास वार्ड का दौरा कर डाला। साफ-सफाई और पीने के पानी को लेकर लोगों से जानकारी जुटाई।
झलकी नंबर-4
तारीख-09 मई, 2019, दिन-गुरुवार, समय- सुबह 6 बजे
रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय जनता के बीच सहजता से उपस्थित हो रहे हैं। विधायक की इस सहजता और सादगी की कायल जनता खुद स्वीकार कर रही है कि विधायक हो तो विकास जैसा।
विकास उपाध्याय ने जनता की समस्या सुनने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर -0771-2263600 जारी किया है। जिस पर कॉल करके आम लोग सीधे अपने विधायक विकास उपाध्याय से बात करके शिकायत और समस्या बता सकते हैं।
अब सवाल ये कि इन बातों को यहां क्यों बताना पड़ रहा है। क्या ये किसी पार्टी विशेष के विधायक की शान में पढ़े गए कसीदे नहीं है। ऐसा लोग समझ सकते हैं, लेकिन ऐसा सोचने वालों के लिए कहना है कि बीते 15 साल तक छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का शासन रहा, लेकिन भाजपा का कोई भी विधायक जनता के लिए इतना सहज, सुलभ उपलब्ध कभी नहीं रहा। अगर रहा होता तो 15 साल राज करने वाली सरकार और उसके विधायकों को जनता कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के आरोपों में यूं सत्ता से उखाड़ कर नहीं फेंकती। ये भाजपा के आत्म चिंतन का विषय है, लेकिन यहां बात विकास की हो रही है।
‘विकास’- विकास उपाध्याय भी हैं और विकास- विकास भी है, इसी विकास के नाम पर भाजपा सरकार ने वोट मांगे लेकिन जनता ने कहा कि विकास हमें दिखता ही नहीं है, जनता को विकास दिखा विकास उपाध्याय में।
झलकी नंबर-5
तारीख-7 मई 2019, दिन, मंगलवार, समय-दोपहर के 12 बजे
रमजान, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती तीनों एक ही दिन पड़ीं, पूरे शहर में उत्सव सा माहौल लेकिन 45 डिग्री तापमान के बीच शहर के चौराहों पर यातायात को नियंत्रित करते ट्रैफिक पुलिस के जवानों को देखकर विकास उपाध्याय का दिल कराह उठा। विधायक नंगे सिर सड़क पर उतरे और ट्रैफिक पुलिस के जवानों को छतरी, टॉवेल और ठंडे पानी की बोतलें बंटवाई।
जवानों से मिलकर उनकी समस्याओं को भी सुना। जिस जवान ने समस्या के समाधान के लिए जो सुझाव दिया उस पर अमल करना भी शुरु कर दिया। सिर्फ एक चौराहा नहीं बल्कि शहर के फाफाडीह, भारत माता चौक, कालीबाड़ी, सदर बाजार, जयस्तंभ चौक एवं दूसरे चौराहों पर तैनात ट्रैफिक जवानों को विधायक ने छतरी, टॉवेल, पानी की बोतल बंटवाई।
ये सब क्या मीडिया के कैमरों के सामने पब्लिसिटी स्टंट पाने के लिए किया गया है। ये सवाल पूछने पर विकास उपाध्याय ने कहा कि 44 डिग्री तापमान में जब जवान एक जैसे खड़े होकर लोगों की सेवा कर सकते हैं तो क्या हम जनप्रतिनिधि बनकर उनके लिए गर्मी से राहत के उपाय भी नहीं कर सकते।
है कोई जवाब विरोधियों के पास ?
सिर्फ इतना ही नहीं, जब पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी ने अपने एक पूर्व कुलपति के घर जाने का रास्ता ऊंची दीवार बनाकर बंद कर दिया, तब आधी रात को विकास उपाध्याय अपने समर्थकों के साथ पूर्व कुलपति के न सिर्फ घर पहुंचे बल्कि रात में चारपाई बिछाकर वहां पहरा भी दिया।
विधायक वहां से तब तक नहीं उठे जब तक कि यूनिवर्सिटी प्रशासन पूर्व कुलपति के घरवालों को आने-जाने का रास्ता देने और बनाई गई दीवार हटाने को तैयार नहीं हो गई।
ये फर्क है….कथनी और करनी का।