जयपुर:-राजस्थान के डीजीपी कपिल गर्ग की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर एक युवक पिछले चार माह से अजमेर की एक महिला के साथ चैट करता रहा। महिला यह समझ रही थी कि डीजीपी कपिल गर्ग उसके दोस्त हैं। चार माह में दोनों के बीच कई संवाद हुए। लेकिन गत दिनों बात उस समय बिगड़ गई जब डीजीपी बने चालक युवक ने महिला से 50 हजार रुपए की मांग की। युवक ने धमकी दी कि यदि पचास हजार रुपए नहीं दिए तो परिणाम भुगतने होंगे। धमकी मिलने पर महिला को आभास हुआ कि जिस युवक को वह डीजीपी समझ रही है वह कोई फर्जी है। अजमेर के पुलिस अधीक्षक राष्ट्रदीप सिंह ने 16 मई को पत्रकारों को बताया कि पीडि़त महिला ने अलवर गेट पुलिस स्टेशन पर रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। महिला की रिपोर्ट पर जांच शुरू की गई तो पता चला कि कोई चालाक युवक डीजीपी के नाम का दुरुपयोग कर रहा है। एसपी ने कहा कि संबंधित युवक का पता लगा लिया गया है और शीघ्र ही उसकी गिरफ्तारी होगी। गोपनीयता बनाए रखने के लिए महिला का नाम उजागर नहीं किया जा रहा है।
युवक की दिलेरी, फेसबुक की कमजोरी:
इस पूरे घटनाक्रम में आरोपी युवक की दिलेरी भी सामने आई है। कोई युवक पिछले चार माह से डीजीपी बनकर महिला के साथ चैट कर रहा हो, और किसी को भी जानकारी न मिले। फेसबुक के प्रबंधकों की ओर से बार बार यह दावा किया जा जाता है कि हम फर्जी आईडी बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रहे हैं। सवाल उठता है कि जनवरी में युवक ने राजस्थान के डीजीपी कपिल गर्ग के नाम से फेसबुक आईडी बनाई तो फिर फेसबुक वालों को पता क्यों नहीं चला? जाहिर है कि प्रभावी नियंत्रण नहीं होने की वजह से चालाक लोग सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का दुरुपयोग कर रहे हैं। पुलिस को अभी यह भी पता लगाना है कि डीजीपी की फर्जी आईडी बनाने वाले युवक ने और कितनी महिलाओं को बेबकूफ बनाया।
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