नई दिल्ली, एएनआइ। राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 23 अप्रैल को सुनवाई है। सुनवाई से एक दिन पहले राहुल गांधी ने सोमवार को जवाब दिया है। राहुल ने पीएम मोदी को चोर कहने पर खेद जताया है। राहुल के खिलाफ दायर अवमानना याचिका पर सोमवार को राहुल की ओर से कहा गया कि हां मैं मानता हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने कभी नहीं कहा चौकीदार चोर है। मेरी ओर से यह बयान चुनाव प्रचार के दौरान उत्तेजना में दिया गया था। राहुल ने कहा कि आगे से पब्लिक में कोई भी ऐसी बयानबाजी नहीं करूंगा। जब तक कि कोर्ट में ऐसी बात रिकॉर्ड में न कही गई हो। अंत में राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बयानों का राजनीतिक विरोधियों द्वारा दुरुपयोग किया गया है।
बता दें कि राहुल गांधी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की अवमानना संबंधी याचिका पर कोर्ट ने राहुल गांधी को 15 अप्रैल को नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने राहुल गांधी को 22 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने का कहा था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने दस अप्रैल को नामांकन के बाद मीडिया के समक्ष राफेल सौदे को लेकर चौकीदार चोर है का बयान दिया था।
राहुल का यह बयान जब मीडिया में आया तो भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीमकोर्ट में याचिका दाखिल की थी।चुनावी रैलियों में राहुल गांधी राफेल से जुड़े झूठे बयान देते रहते हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि, ‘अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि चौकीदार चोर है।’
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट इससे पहले राफेल मामले में केंद्र सरकार को क्लीन चिट दे चुका था। कोर्ट ने राफेल विमान की खरीद प्रक्रिया को सही माना था। केन्द्र सरकार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद प्रशांत भूषण, अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा ने कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका डाली थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था।
COurtesy : Dainik Jagran