ढाका, 14 मई, 2019
रोंगटे खड़े कर देने वाली हैवानियत की ये कहानी कुछ पुरानी है, लेकिन आज भी जिसने इसे सुना कलेजा फटकर मुंह को आ गया। गीता हो या कुरान, बाईबिल हो या गुरु ग्रंथ साहिब हर धर्मग्रंथ में पति और पत्नी के बीच प्रेम, स्नेह और मधुर संबंध रखने और एक दूसरे का साथ देने की सलाह दी गई है। लेकिन बांग्लादेश में एक युवक ने अपनी पत्नी के हाथ की पांचों उंगलियां सिर्फ इसलिये काट डालीं क्योंकि उसकी पत्नी हायर एजूकेशन की पढ़ाई करना चाहती थी।
बांग्लादेशी मीडिया से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक ढाका निवासी रफीकुल इस्लाम यूएई में काम करता था, जबकि उसकी पत्नी हवा अख्तर ढाका में रफीकुल के परिवार के साथ रहती थी। रफीकुल इस्लाम ने अपनी पत्नी हवा अख्तर को आगे पढ़ाई नहीं करने की हिदायत दे रखी थी। लेकिन हवा अख्तर का मन उच्च शिक्षा के लिए मचल रहा था। जब रफीकुल इस्लाम काम के सिलसिले में यूएई चला गया तो हवा अख्तर ने अपनी पढ़ाई शुरु करने की तैयारी की। लेकिन जैसे ही रफीकुल को इस बात का पता चला, वो वापस ढाका लौटा और इस मामले को लेकर अपनी पत्नी से बातचीत करने का इरादा जताया। पति के यूएई से लौटने पर हवा अख्तर बेहद खुश थी, क्योंकि रफीकुल ने उससे आते ही कहा था कि वो उसे आज एक सरप्राइज देगा। लेकिन हवा को क्या मालूम था कि पति के हाथों मिलने वाला सरप्राइज उसे जिंदगी भर का दर्द दे जाएगा।
रफीकुल इस्लाम ने घर लौटकर अपनी पत्नी को बुलाया और कहा कि मैं तुम्हें आज कुछ ऐसा सरप्राइज दूंगा जो आज तक तुम्हें किसी ने नहीं दिया होगा। हवा अख्तर इन बातों का कुछ मतलब समझ पाती, उससे पहले ही रफीकुल ने पहले से कपड़ों में छिपाकर रखा गया चाकू निकाला और एक झटके में अपनी पत्नी के हाथ की पांचों उंगलियां काट डालीं। हवा अख्तर की दर्द से चीख निकल पड़ी और फर्श पर खून की धार बह निकली। लेकिन हैवानियत की इंतहा देखिये, रफीकुल के एक रिश्तेदार ने, जो पहले से घर में मौजूद था, हवा अख्तर की कटी हुईं उंगलियों को समेटकर कूड़ेदान में इसलिये फेंक दिया, ताकि कटी हुई उंगलियों को दोबारा जोड़ा न जा सके।
इस हृद्य विदारक घटना के बाद रफीकुल इस्लाम को ढाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसके लिए आजीवन कारावास की मांग की है। इधर हवा अख्तर अपने माता-पिता के घर में उस दिन को कोस रही है, जब उसकी शादी रफीकुल से हुई थी।
इस मामले में बांग्लादेश के मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि रफीकुल इस्लाम खुद 8वीं तक पढ़ा था, जबकि हवा अख्तर कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़कर आई थी, वो अपनी पढ़ाई को आगे जारी रखकर उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती थी। लेकिन इसमें रफीकुल का मेल ईगो आड़े आ रहा था। रफीकुल ये बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था कि उसकी पत्नी उससे ज्यादा पढ़ी-लिखी हो जाए।
अपने दाहिने हाथ की कट चुकी उंगलियों को देखकर हवा अख्तर जब-तब रो पड़ती है और अपने बांये हाथ के सहारे लिखने की कोशिश कर रही है ताकि वो फिर से अपने जीवन को पटरी पर ला सके।