राजनांदगांव,डोगरगांव में खनिज विभाग द्वारा दो दिन पहले क्षेत्र में अवैध रूप से डंप रेत व गौण खनिजों के अवैध उत्खनन पर कार्यवाही होने के बावजूद कई स्थानों पर अभी भी भारी मात्रा में रेत को डंप कर रखा गया है और शिवनाथ नदी किनारे के गांवों सहित आसपास के क्षेत्रों में अवैध रूप से रेत निकासी का काम जोरों पर चल रहा है।
दो दिन पहले खनिज विभाग की टीम द्वारा डोंगरगांव क्षेत्र के कोहका स्थित आम बगीचा से बड़ी मात्रा में अवैध रूप से डंप कर रखी गई रेत को जप्त कर तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था। साथ ही मारगांव में अवैध रूप से मुरूम का उत्खनन कर रहे बीजाभाठा निवासी राधेश्याम साहू के दो वाहनों को भी जप्त किया गया था। हालांकि खनिज विभाग की इस कार्यवाही से रेत माफियाओं में हडक़ंप जरूर मचा, लेकिन अभी भी शिवनाथ नदी किनारे के गांवों में अवैध रूप से रेत निकासी का काम धड़ल्ले से जारी है। खुज्जी नदी स्थित दर्री घाट के पास मटिया निवासी एक ट्रांसपोर्टर द्वारा रोजाना तीन-चार गाडिय़ों से खुलेआम रेत की चोरी की जा रही है। सूत्रों की मानें तो उक्त व्यक्ति द्वारा रेत चोरी कर कई स्थानों पर सप्लाई भी की जा रही है और अलग-अलग ठिकानों पर रेत को अधिक दाम पर बेचने के लिए डंप कराया जा रहा है। खुज्जी के समीपस्थ शिवनाथ नदी के दर्री घाट के पास रेत चोरी का काम करीब सप्ताह भर से रेत निकाल ने का क्रम जारी है, जिसमें सात-आठ हमालों को काम करते देखा जा सकता है। वहीं खनिज विभाग को जानकारी होने के बाद भी उनके दौरा कार्यवाही नही की जा रही है।


बता दें कि अंबागढ़ चौकी से लेकर डोंगरगांव, सोमनी तक यानि जिन क्षेत्रों से शिवनाथ नदी गुजरती है, उन क्षेत्रों में शुरू से ही रेत चोरों की टेढ़ी नजर रही है। डोंगरगांव क्षेत्र को रेत माफियाओं के लिए सुरक्षित और कमाई का जरिया वाला क्षेत्र माना जाता है। शिवनाथ किनारे के गांवों में बड़ी संख्या में रेत चोरी का खेल खेला जा रहा है। इनके द्वारा गांव के प्रमुख लोगों के अलावा सरपंच-सचिवों को मैनेज कर रेत का बड़ा खेल लंबे समय से खेला जा रहा है। दूसरी ओर विभागीय और प्रशासनिक उदासीनता के चलते शासन को रायल्टी चोरी से मिलने वाले राजस्व का शुद्ध नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालांकि हाल ही में कलेक्टर ने रेत चोरी और रेत डंप होने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ऐसे लोगों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। चूंकि खनिज विभाग के पास अमले की कमी है, ऐसी स्थिति में कलेक्टर को चाहिए कि संबंधित क्षेत्र के एसडीएम सहित राजस्व अमले को भी रेत चोरों पर नकेल कसने के लिए टीम बनाकर छापा मारने के लिए निर्देशित करे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डोंगरगांव क्षेत्र में शिवनाथ नदी किनारे के गांवों के साथ ही कई गांवों में रेत चोरों के द्वारा भारी मात्रा में रेत को डंप कर रखा गया है, ताकि बरसात के दिनों में रेत की किल्लत और मांग बढऩे पर उसे अधिक दाम पर बेचा जा सके।

सूत्रों के अनुसार डोंगरगांव में ही कालेज के पास अटल आवास के पीछे मैदान में, मोंगरा बैराज कालोनी के बाजू वाले मैदान में, मटिया में बस्ती के अंदरूनी भाग व मटिया में मेन रोड किनारे एक निजी स्कूल के पास खुली जगह पर भारी पैमाने पर अवैध रूप से रेत का जखीरा देखा जा सकता है। इसके अलावा अर्जुनी, सिंगारपुर, मेढ़ा, रातापायली, बुद्घू भरदा, कोटरासरार सहित कई ठिकानों पर चोरी की रेत का डंप कर रखा गया है। सूत्रों की मानें तो बुद्धू भरदा में डोंगरगांव जनपद से जुड़े एक बड़े नेता और वहां के सरपंच द्वारा साठगांठ कर गांव के बाहर तालाब के पास खुले मैदान में सैंकड़ों ट्रिप रेत को डंप कर रखा गया है। इसी तरह बरगांव, साल्हे घुघवा में भी भारी मात्रा में रेत डंप होने की खबर है। खनिज विभाग को चाहिए कि इन स्थानों पर तत्काल दबिश देकर रेत माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही करे।

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By Admin

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