कुम्हारी, 3 मई

आज के डिजिटल दौर में जब हर काम तकनीक आधारित हो चुका है, तब साइबर क्राइम के खतरे भी दोगुने हो गए हैँ। तकनीक की जानकारी में जरा सी चूक किसी को भी बड़ा नुकसान दे सकती है। डिजिटल दौर में खुद को टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से दूर रख पाना भी संभव नहीं है, फिर टेक्नोलॉजी के संभावित खतरों को जानते हुए उसका सही इस्तेमाल कैसे किया जाए। इन तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए शुक्रवार को श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट, कुम्हारी में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।

इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस नेटवर्क एंड टेक्नोलॉजी की ओर से आयोजित सेमिनार का विषय पर्सनेलिटी डेवलेपमेंट, साइबर सिक्योरिटी एण्ड ऐथिकल हैकिंग था। जिसमें साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट नीलेश ने बताया कि हैकर्स आज विभिन्न लिंक्स के जरिये तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैँ। लोगों के मोबाइल फोन, ईमेल, मैसेज बॉक्स, वॉट्सएप, फेसबुक अकाउंट पर दिनभर में हजारों ऐसी साइबर थ्रेड्स आती हैं, जिनकी लिंक में कोई न कोई ‘बग’ छिपा होता है, ये ‘बग’ डेटा चोरी का काम करता है। एक बार अगर किसी ने इन लिंक्स पर गलती से भी क्लिक कर दिया तो पलभर में आपके बैंक अकाउंट और आपकी निजी जानकारी हैकर के पास पहुंच जाएगी। नीलेश ने कहा कि युवाओं के बीच लोकप्रिय सोशल साइट फेसबुक भी हैकर्स से अछूती नहीं है, वर्चुअल वर्ल्ड में कौन, किससे बात कर रहा है, पता लगा पाना बेहद मुश्किल है। ऐसे में कई बार युवा गलत लोगों के शिकार बन जाते हैं।

व्यक्तित्व विकास के विशेषज्ञ संजय चक्रवर्ती ने स्टूडेंट्स को बताया कि कैसे अपने अंदर छुपी हुई प्रतिभा को बाहर लाया जाए। इसके लिए उन्होंने स्टूडेंट्स से कुछ एक्टिविटीज कराईं। जिसमें स्टूडेंट्स को काफी आनंद आया।

सेमिनार का संचालन भुनेश्वरी ठाकरे ने किया। कार्यक्रम में एसआरआई कुम्हारी के संचालक एम.के. श्रीवास्तव, बीएड कॉलेज की प्रिंसिपल प्रीति गुरनानी, एसआरआईपी की प्रिंसिपल चंचलदीप कौर, एमटीसीएन की प्रिंसिपल के. दीपा, अन्य शिक्षक एवं स्टाफ मौजूद रहे।

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