रायपुर,

छत्तीसगढ़ में शराब (मदिरा) पर सियासी संग्राम जारी है। एक तरफ भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर अपने घोषणा पत्र के खिलाफ जाकर शराबबंदी करने की बजाय शराब दुकानों का समय बढ़ाने के फैसले पर कथनी-करनी में अंतर का आरोप लगाया है, वहीं कांग्रेस की ओर से संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी बचाव की मुद्रा में उतर आए हैं।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शैलेष नितिन त्रिवेदी ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि” सूप बोले तो बोले,चलनी क्या बोले उसमें तो पहले ही 72 छेद हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को ये नहीं भूलना चाहिए कि उनके 15 वर्ष के राज के दौरान ही प्रदेश ने शराब खपत के मामले में देश में नंबर वन की पोजीशन हासिल की थी। प्रदेश में नशे का प्रचार-प्रसार करने के गुनाहगार रमन सिंह और उनके साथी नेताओं में थोड़ी भी नैतिकता नहीं रह गयी है। थोड़ा सा आईना भी तो देखते चलें।

शैलेष नितिन त्रिवेदी ने शराब की खपत और बिक्री का आंकड़ा दिखाते हुे कहा कि

वर्ष2001-02 में शराब से होने वाली आय 362.48 करोड़ रुपए थी, 130.04 लाख लीटर विदेशी शराब खपती थी।

साल 2018-19 में लगभग 4700 करोड़ रुपए हुई है। वहां अब यह खपत बढ़कर 592.89 लाख लीटर से भी ज्यादा हो गयी हो गई है।

देशी शराब की खपत 2002-03 में जहां 188.12 लाख प्रूफ लीटर थी, वह 10 साल बाद 2012-13 में 395.19 लाख प्रूफ लीटर हो गई।

यह नशे पर खर्च के राष्ट्रीय औसत से बहुत ज्यादा है।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि एक ऐसी पार्टी के नेता जिन्होंने 15 साल में अपनी सरकार में पूरे प्रदेश को, युवाओं को नशे की आग में झोंकने का काम किया है, वे अब कांग्रेस सरकार पर ऊँगली उठा रहें हैं जबकि शराब दुकानें खोलने का समय बढ़ाने का निर्णय विशुद्ध रूप से रायपुर कलेक्टर का है।

रायपुर कलेक्टर ने रायपुर लोकसभा के निर्वाचन अधिकारी के रूप में अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए शराब दुकानों के खुलने के समय में तब्दीली की थी जिसे चुनाव समाप्त होने के बाद उन्होंने ही पूर्ववत कर दिया है। समय को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में कलेक्टर रायपुर द्वारा किए गए इस फैसले से ना तो सरकार का और ना ही कांग्रेस पार्टी का कोई संबंध है।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा द्वारा इस मामले में राजनीतिक फायदा उठाने की और कांग्रेस सरकार पर आरोप मढ़ने का कुचक्र चला रही है। भाजपा द्वारा शराब दुकानों के खुलने के समय बदलने पर अपराध बढ़ने को लेकर दिए जा रहे बयानों और प्रतिक्रियाओं पर कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा शासनकाल में इसी समय तक दुकानें खुलती थी और वास्तव में तो इससे ज्यादा समय तक खुली रहती थी। घर-घर शराब बिकवाने वाले लोग आज आरोप लगा रहें हैं। भाजपा शासनकाल में इतने ही समय बल्कि इससे ज्यादा समय तक दुकानें खुले रहने पर क्या अपराध कम होते थे?

भाजपा द्वारा गैर जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाने और लगातार झूठ फरेब और धोखाधड़ी की राजनीति किए जाने पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इन निम्न स्तरीय हरकतों के लिए प्रदेश की जनता कभी भाजपा को माफ नहीं करेगी। थोड़ा समय निकाल कर रमन सिंह बीबीसी को दिए अपने बयान को भी देख लेते तो याद आ जाता कि उन्होंने किस तरह स्वयं ने छत्तीसगढ़ को ठगा है।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में हुई जीत के घमंड और अभिमान के चलते भाजपा कहीं अगर यह समझ बैठी है कि कुछ भी झूठ बोलकर जनता को गुमराह किया जा सकता है तो यह भाजपा की बहुत बड़ी भूल है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार में 15 वर्ष तक लगातार शराब की खपत बढ़ती रही और भाजपा की रमन सिंह सरकार ने निरंतर शराब की बिक्री को प्रोत्साहन दिया। शराब की सरकारी दुकानों से बिक्री की नीति को लागू करने वाली रमन सिंह सरकार और भाजपा के नुमाइंदे आज यदि शराब नीति को लेकर कांग्रेस पर आक्षेप लगा रहे हैं तो उन्हें यह याद रखना चाहिए कि एक उंगली सामने की ओर वे उठा रहे हैं तो चार उंगली खुद भाजपा और रमन सिंह की ओर भी तो उठती है।

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