रायपुर, 10 अक्टूबर 19

दशहरे के दिन फ्रांस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने युद्दक विमान राफेल के पहियों के नीचे नींबू क्या रखा, भारत की सियासत में भूचाल आ गया। राफेल पर राजनाथ सिंह के रोली से ओम लिखने और कॉकपिट में नारियल रखकर पूजा करने पर भी राजनीतिक दलों के कुछ नेताओं ने कड़ा ऐतराज जता दिया है। लेकिन क्या राफेल के नीचे नींबू रखकर,  मिर्च टांगकर, कॉकपिट में नारियल रखकर और रोली से ओम लिखकर राजनाथ सिंह ने वाकई में कोई बड़ा बेकार काम कर दिया है। मेरे ख्याल से तो न हीं।

लेकिन टीवी न्यूज़ चैनलों के प्राइम टाइम शोज में नींबू-मिर्च और ओम को लेकर डिबेट हो रही है। इस सब के बीच सोशल मीडिया में लोग तरह-तरह के मीम्स भेजकर मजे ले रहे हैं।

इन मीम्स में कुछ कांग्रेसी नेताओं को नसीहत देने वाले हैं, तो कुछ मीम्स भारत में जड़ों तक फैले अंधविश्वास को दिखाते हैं। मसलन भारत के लगभग हर घर में छोटे बच्चे को नजर से बचाने के लिए काला टीका लगाया जाता है, उसे काले रंगे के धागे, ताबीज आदि पहनाया जाता है। यहां तक कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में तो हर मां अपने छोटे बच्चे के मुंह पर काले रंग के कई-कई टीके लगाती दिखाई दे जाती है।

भारत में आम धारणा है कि जब भी कोई नया वाहन खरीदता है तो शोरूम से निकालकर उसे सीधे किसी मंदिर-पुजारी के पास पूजा करवाने के लिए ले जाता है। घर लाने पर इस वाहन की फिर से पूजा की जाती है। वाहन के नीचे नींबू रखा जाता है, काले पीले कपड़े, नींबू मिर्च टांगे जाते हैं। रोली से ओम, स्वास्तिक का निशान आदि बनाया जाता है। ऐसा करने के पीछे लोगों की श्रद्धा है, विश्वास है कि उनकी गाड़ी ठीक चलेगी और ईश्वर उनकी हिफाजत करेगा।

राजनाथ सिंह ने भी ऐसा ही किया राफेल भारत का बड़ा अस्त्र है। दशहरे पर भारत में अस्त्र-शस्त्रों की पूजा का रिवाज है। राजनाथ ने वही किया जो राफेल के भारत में आने पर किया जाता है। ओम लिख देने से भारत को कोई राजनीतिक नुकसान नहीं हो गया। लेकिन कांग्रेसी नेताओं की ओर से इस पर आपत्ति उठा दिये जाने के बाद हर कोई कांग्रेसी नेताओं के मजे ले रहा है। सोशल मीडिया में छाये ऐसे ही कुछ मीम्स  आप देख सकते हैं।

अब लाख टके का सवाल ये है कि क्या सच में बुरी नजर से बचाता है नींबू-मिर्च या फिर केवल एक टोटका भर है?
भारत में हर दुकान, प्रतिष्ठान के बाहर आपने नींबू-मिर्च लटकते अवश्य देखा होगा। अपने व्यवसाय को बुरी नजर से बचाने केे टोटके के रूप में इसका चलन आम है। हमारे यहां नींबू मिर्च का जोड़ इतना लोकप्रिय है कि इसने भी अलग से एक छोटे से व्यवसाय का रूप ले लिया है। हर कोई ये जानता है कि दरवाजे पर नींबू मिर्च लटकाना व्यापार के लिए शुभ है, पर इसके पीछे की ठोस अवधारणा से सभी परिचित नहीं हैं।
 भारत में टोटके का 36 हजार करोड़ का सालाना कारोबार !

ये जानकर हैरान रह जाएंगे आप कि जिस राफेल विमान के नीचे दो नींबू रखकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा किए गए टोटके पर इतना हंगामा मचा हुआ है। उसकी असलियत ये है कि भारत में टोटके के नाम पर हर शनिवार बिकने वाले नींबू-मिर्च का सालाना कारोबार 36 हजार करोड़ रुपये का  है।

इस कारोबार में 57 लाख लोग काम करते हैं| इस नींबू-मिर्ची की कीमत 10 रुपये है|  इस टोटके को लोग अब केवल दुकानों तक सीमित नहीं रखे हैं इनका व्यापार लगातार बढ़ ही रहा है अब सरकारी-गैर सरकारी संस्थान, बैंक, अस्पताल, दुकान, मॉल, शोरूम, रेहडी-फेरी वाले सब इस्तेमाल करते हैं|

हर धर्म के लोग अपनाते हैं नींबू का टोटका

दिल्ली में कैट की 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक इस व्यापार में आठ लाख दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान शामिल हैं. साथ ही अब और भी संस्थानों पर ये टोटके लगने लगे हैं. आपको बता दें कि एक शख्स सुबह 5 बजे जग कर करीब 150 नींबू-मिर्च बनाता है और सुबह 7 बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक 150 दुकानों पर ये टोटका लटका आता है. तो सोचिये इस 8 लाख दुकानों के हिसाब से देखे तो 5166 लोग रोजाना इस व्यापार में लगे रहते हैं।

 

 

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