नई दिल्ली, 15 जनवरी 20202
ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजॉन के मालिक जेफ बेजोस भारत की तीन दिनी यात्रा पर मंगलवार को भारत पहुंचे हैं। बुधवार को जेफ बेजोस ने ऐलान किया कि उनकी कंपनी भारत में 1 अरब डॉलर यानि करीब सात हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ये निवेश लघु और मंझोले व्यवसायियों को डिजिटल बनाने के लिए किया जाएगा। बेजोस ने कहा कि इस निवेश से 2025 तक भारतीय कंपनियां मेक इन इंडिया उत्पादों का निर्यात कर सकेंगी।
जेफ बेजोस ने आज नई दिल्ली में प्रमुख अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद कहा कि 21वीं सदी भारत की होगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका के बाहर भारत अमेजॉन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार है। बेजोस ने कहा कि हम भारत के साथ लंबी अवधि की भागीदारी को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हम बोलने से अधिक काम करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि अमेजॉन का मानना है कि इस निवेश से लाखों लोगों को देश की भविष्य की समृद्धि का हिस्सा बनाया जा सकेगा। साथ ही दुनिया भर के सामने मेक इन इंडिया उत्पाद पहुंचाए जा सकेंगे।
CCI ने ऐमजॉन के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं
बेजोस ऐसे समय भारत यात्रा पर आए हैं जबकि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा दी जाने वाली भारी छूट और अन्य चीजों की जांच का आदेश दिया है। वहीं छोटे दुकानदार ऑनलाइन कंपनियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले साल सरकार ने विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए नियमों को कड़ा किया था। इनके तहत ऐसी कंपनियों के ऐसे विक्रेताओं के उत्पाद बेचने पर रोक लगाई गई थी जिसमें उनकी हिस्सेदारी है।
रायपुर में कैट ने किया बेजोस का विरोध
इधर रायपुर में कैट से जुड़े व्यापारियों ने ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों के विरोध में बेजोस की भारत यात्रा पर आपत्ति जताई है। रविभवन में आयोजित विरोध बैठक में कैट अध्यक्ष अमर पारवानी और दूसरे लोग शामिल हुए। सभी ने अमेजॉन और दूसरी ऑनलाइन कंपनियों को उनके लिए खतरा बताते हुए ऑनलाइन शॉपिंग को फौरन बंद करने की मांग की है।