रायपुर, 24 अप्रैल

लोकसभा चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा सकते है। अमेरिका के ईरान से कच्चा तेल आयात करने पर पूरी तरह से रोक लग गई हैI इसके बाद कच्चे तेल की कीमतें पिछले 6 महीने से सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। अमेरिका के ईरान से कच्चा तेल आयात करने की रोक भारतीयों की लिए परेशानी बढ़ा सकती है। जल्दी ही भारतीयों के लिए पेट्रोल और डीजल महंगा हो सकता है।

प्रतिबंध से पहले भारत अपनी कुल खपत का करीब 11 फीसदी कच्चा तेल ईरान से निर्यात करता था। अब भारत को दूसरे तेल उत्पादक देशों से तेल का आयात करना होगा। ईरान से आयात पर रोक लगने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है। साथ ही भारत को दूसरे देशों से आयात करने के लिए ज्यादा रकम चुकानी पड़ सकती है। मार्च में भारतीय क्रूड बॉस्केट करीब 66 डॉलर प्रति बैरल थी जो रोक के बाद करीब 4 डॉलर प्रति बैरल महंगी हो सकती है। यानि इसका बोझ सीधा ग्राहकों पर ही पडेगाI

सिंतबर मे जब क्रूड ने 80 डॉलर प्रति बैरल का स्तर छूआ था, उस वक्त महाराष्ट्र में पेट्रोल के दाम 95 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गए थे। वहीं अगर ऐसा हुआ तो एक बार फिर उपभोक्ता की परेशानी बढ़ सकती है।

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