रायपुर, 19 नवंबर 2020
रायपुर के अभनपुर ब्लॉक के केन्द्री गांव में हुई ह्रदय विदारक घटना से हर कोई सहमा हुआ है। एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत से हरकर स्तब्ध है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और अन्य भाजपा नेता आज केन्द्री गांव पहुंचे और हालात का जायजा लिया। भाजपा नेताओं ने शोक संतृप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं जताईं। भाजपा नेताओं ने इस घटना को अत्यंत पीड़ादायक बताते हुए सरकार से मामले की सूक्ष्म जांच कराए जाने की मांग की है।
बताया गया है कि बीमारी, ग़रीबी और बेरोज़गारी से परेशान होकर केन्द्री गांव के कमलेश साहू ने बीते सोमवार की रात अपनी माँ, पत्नी , बेटी और बेटे नरेंद्र की गला घोंटकर पहले हत्या की और फिर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने भी इसे हत्या के बाद आत्महत्या का मामला मानकर कमलेश साहू पर केस दर्ज किया है। भाजपा नेताओं ने मृतक कमलेश साहू के बड़े भाई डोमार साहू से पूरा मामला समझा और परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी ली।
परिजनों से चर्चा के दौरान ये बात सामने आई कि मृतक का स्मार्ट कार्ड नहीं बना था तथा आर्थिक तंगी से भी उक्त परिवार काफी समय से संघर्षरत था। मृतक के बड़े भाई डोमार साहू ने भाजपा के नेताओं को बताया कि घटना के दिन मृतक के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था, लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने सुसाइड नोट दिखाये जाने पर उक्त सुसाइड नोट की लिखावट मृतक कमलेश साहू की लिखावट से मेल नहीं खाने की बात कह दी। इसका विस्तृत ब्योरा पुलिस द्वारा परिवार को नहीं दिया गया है। डोमार साहू ने बताया कि उनका परिवार इस घटना से स्तब्ध है और समझ नहीं पा रहा है कि यह घटना कैसे घटित हुई?
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि यह घटना काफी बड़ी घटना है जिसे किसी भी परिस्थति में सामान्य या छोटी घटना नहीं माना जा सकता। जो हालात और परिस्थति यहां पर आने से पता चली है, उसे देखते हुए इस मामले की सूक्ष्म जांच कराई जानी ज़रूरी है। डॉ. सिंह ने कहा कि यहां जो मौतें हुई हैं, वे काफी असामान्य और दु:खद है। ऐसे दु:ख की घड़ी में भाजपा पीड़ित परिवार के साथ है। मौत के कारण एवं समस्त पहलुओं को जानने और समझने की आवश्यकता है। मानवीय दृष्टिकोण से यह घटना काफी आहत करने वाली है। इस दौरान डॉ. सिंह ने पीड़ित परिवार को सहायता राशि भी प्रदान की। नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने कहा कि इस घटना से व्यक्तिगत रूप से वह काफी आहत हैं। पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों से मिलने के पश्चात यह पता चला कि मृतक कमलेश एक सामान्य व्यक्ति था और उसकी मानसिक हालत भी सामान्य थी। वह किसी भी प्रकार का नशा नहीं करता था। मृतक कमलेश मेहनतकश था। मृतक के परिजनों ने बताया कि परिवार में पत्नी की बीमारी को लेकर कमलेश चिंतित रहता था तथा कई बार प्रयास करने के बावजूद उसका स्मार्ट कार्ड नहीं बनाया गया था, जिसके चलते आर्थिक तंगी की वजह से वह इलाज कराने में स्वयं को अक्षम महसूस कर रहा था।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि कमलेश को यह आत्मघाती कदम किन हालात और परिस्थतियों में उठाना पड़ा, यह जांच का विषय है। कौशिक ने इस बात पर भी दु:ख जताया कि राजधानी से लगे होने के बावजूद सरकार का कोई भी मंत्री अभी तक मृतक के परिजनों से नहीं मिला और न ही किसी प्रकार की कोई सहायता दी गई। यह इस सरकार की संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है। यह मौत काफी संदिग्ध परिस्थतियों में हुई है और इस मामले से जुड़े तथ्यों का खुलासा होना बेहद ज़रूरी है। भाजपा ने इस प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है। इस दौरान सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री चन्द्रशेखर साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक बजाज, भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास, जिलाध्यक्ष ग्रामीण गुलाब टिकरीहा बाबी कश्यप समेत सभी भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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