जिले में सात दिसम्बर तक 2 लाख 62 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीदी
मुंगेली। कलेक्टर पी.एस. एल्मा की अध्यक्षता में आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभा कक्ष में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी कार्यो की प्रगति की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। कलेक्टर श्री एल्मा ने कहा कि धान खरीदी कार्य राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी कार्य के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नही आनी चाहिए। धान खरीदी कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही और उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। उन्होने कहा कि धान खरीदी केंद्रों में कोचियों, बिचैलियों द्वारा भी धान खपाने का प्रयास किया जा सकता है। इस हेतु उन्होने कोचियों और बिचैलियों पर लगातार निगाह रखने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कोचियों और बिचैलियों से किसी भी हालत में धान न खरीदें। यदि कोचियों और बिचैलियों से धान खरीदी की जरा भी जानकारी मिलेगी तो संबंधितों के विरूद्ध सख्त दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होने कहा कि जिले के 66 समितियों के 93 धान उपार्जन केंद्रों में 1 दिसम्बर से 7 दिसम्बर तक 2 लाख 62 हजार 11 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। धान उपार्जन केंद्र सुरेठा में 8 हजार 810 क्विंटल, पथरगढ़ी में 8 हजार 352, जुनवानी में 7 हजार 877, सिंघनपुरी में 5 हजार 635, बोडतरा में 5 हजार 457, खाम्ही में 6 हजार 55, पथरिया में 5 हजार 652, चकरभाटा में 5 हजार 22, डोंगरियां में 6 हजार 413, भालूखोदरा में 5 हजार 936, फूलझर में 5 हजार 190, तेलीयापुरान में 5 हजार 402, भटलीकला में 4 हजार 594, सरगांव में 4 हजार 625, निरजाम में 4 हजार 261, टेमरी में 4 हजार 218, छटन में 4 हजार 453, भटगांव में 4 हजार 758, खुडिया में 4 हजार 79, मसनी में 4 हजार 476, धरदेई में 3 हजार 995, पडियाईन में 4 हजार 724, सिलदहा में 3 हजार 906, सिलतरा में 4 हजार 170, खपरीकला में 3 हजार 876, लोरमी में 4 हजार 297, फंदवानी में 3 हजार 954, चंदखुरी में 3 हजार 330, धनगांव में 3 हजार 455, मुंगेली में 3 हजार 252 और धान उपार्जन केंद्र हिंछापुर में 3 हजार 592 क्विंटल धान की खरीदी की गई है।
इसी तरह किरना धान उपार्जन केंद्र में 3 हजार 466, पैयजनिया में 3 हजार 722, नवाडीह में 3 हजार 263, गीधा में 3 हजार 232, पीपरलोड़ में 2 हजार 984, झगरहट्टा में 3 हजार 364, विचारपुर में 2 हजार 746, गंगद्वारी में 3 हजार 290, गुरूवाईनडबरी में 2 हजार 838, धूमा में 3 हजार 60, रामबोड में 2 हजार 605, बदरा में 2 हजार 203, रैतराकला में 2 हजार 181, दाऊकापा में 2 हजार 146, वेंकटनवागांव में 2 हजार 330, सकेत में 2 हजार 494, जरहागांव में 3 हजार 205, लगरा में 1 हजार 913, फरहदा में 2 हजार 231, कोदवा में 1 हजार 839, लालाकापा में 2 हजार 594, देवरी में 2 हजार 245, बरेला में 2 हजार 122, ठकुरीकापा में 2 हजार 93, कंतेली में 2 हजार 474, गोइंद्री में 2 हजार 150, झाफल में 2 हजार 29, खम्हरियां में 1 हजार 789, दशरंगपुर में 2 हजार 786, पडरभट्ठा में 1 हजार 588, नवागांव घु. में 1 हजार 306, पदमपुर में 1 हजार 747, सांवा में 1 हजार 471, सेमरकोना में 1 हजार 446, खुटेरा में 1 हजार 853, अमलीकापा में 1 हजार 249, हथनीकला में 1 हजार 176, कुकुसदा में 1 हजार 298, डिंडौरी में 1 हजार 463, टेढ़ाधौरा में 1 हजार 587, अखरार में 1 हजार 47, जेवरा में 1 हजार 190, अमोरा में 1 हजार 82, मदनपुर में 822 और धान उपार्जन केंद्र सावतपुर में 1 हजार 58 क्विंटल धान की खरीदी की गई है।
धान उपार्जन केंद्र सिंगारपुर में 741, बिरगांव (जरहागांव में) 897, पुछेली में 912, नवागांव में 663, पौनी में 506, ककेडी में 748, लौदा में 1 हजार 392, बूंदेली में 367, धरमपुरा में 616, तरवरपुर में 170, केसली में 120, केवटाडीह में 86, मनोहरपुर में 609, दुल्लापुर में 292, तेलीमोहतरा में 16 और उजियारपुर में 5 क्विंटल धान की खरीदी की गई है।