नयी दिल्ली, 23 अप्रैल
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को 15 राज्यों की 117 सीटों पर शाम सात बजे तक 66 प्रतिशत मतदान हुआ। तीसरे चरण वाली इन सीटों पर लोकसभा चुनाव 2014 में 69.3 प्रतिशत मतदान हुआ था।
उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने संवाददाताओं को बताया कि मतदान के ये अंतिम आंकड़े नहीं हैं। उल्लेखनीय है कि 11 अप्रैल को पहले चरण में 69.5 प्रतिशत और 18 अप्रैल को दूसरे चरण में 69.44 प्रतिशत मतदान हुआ था।
अब तक के तीन चरणों के दौरान इस चरण में सर्वाधिक 117 सीटों पर मतदान हुआ। पहले चरण में 91 और दूसरे चरण में 95 सीटों पर मतदान हुआ था। सिन्हा ने बताया कि अब तक तीनों चरणों में लोकसभा की 303 सीटों पर हुये मतदान में 69.81 प्रतिशत मतदाताओं ने हिस्सा लिया।
आयोग के आंकड़ों के अनुसार तीसरे चरण में शामिल मतदान वाले सभी राज्यों की चार सीटों को छोड़कर सभी सीटों पर मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में कम हुआ है। इनमें सर्वाधिक कमी जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट पर दर्ज की गयी। अनंतनाग में पिछले चुनाव के मुकाबले में अब तक हुये मतदान में 26.5 प्रतिशत और ओडिशा में छह सीटों पर 14.32 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।
जिन चार सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में मत प्रतिशत बढ़ा है, उनमें असम की बरपेटा सीट पर सर्वाधिक 14.33 प्रतिशत इजाफा हुआ। इसके अलावा गुजरात की बनासकांठा सीट पर 3.16 प्रतिशत, केरल की पटनमथीटा सीट पर 1.23 प्रतिशत और अत्तिंगल सीट पर 0.3 प्रतिशत वोट बढ़ा है।
तीसरे चरण में ओडिशा की छह सीटों पर 58.13 प्रतिशत मतदान हुआ। इन सीटों पर 2014 में 72.45 प्रतिशत मतदान हुआ था।
सिन्हा ने बताया कि मतदान के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक तीसरे चरण में गुजरात की सभी 26 सीटों पर 58.99 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पिछले चुनाव (2014) में राज्य की इन सीटों पर 63.32 प्रतिशत मतदान हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी मतदान में हिस्सा लिया। शाह गांधीनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश की दस लोकसभा सीटों पर शाम सात बजे तक 56.57 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें सर्वाधिक पीलीभीत सीट पर 61.74 प्रतिशत और मैनपुरी में सबसे कम 53.37 प्रतिशत मतदान हुआ। पीलीभीत से भाजपा के वरुण गांधी और मैनपुरी से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सपा के उम्मीदवार हैं। उत्तर प्रदेश की इन दस सीटों पर 2014 के चुनाव में 61.48 प्रतिशत मतदान हुआ था।
तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 0.45 से छह प्रतिशत तक की कमी आयी है। उत्तर प्रदेश की 80 में से अब तक तीन चरण में हुये 26 सीटों पर मतदान का प्रतिशत 60.7 रहा है।
इस चरण में पश्चिम बंगाल की पांच सीटों पर सर्वाधिक 78.98 प्रतिशत मतदान हुआ। यह तीसरे चरण के मतदान में शामिल 15 राज्यों में सर्वाधिक मत प्रतिशत है। पश्चिम बंगाल में तीन चरणों में कुल दस सीटों पर 81.5 प्रतिशत मतदान हुआ है। हालांकि तीसरे चरण वाली सीटों पर 2014 के चुनाव की तुलना में इस बार 3.57 प्रतिशत कम मतदान हुआ।
वहीं जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट के छह विधानसभा क्षेत्रों में 12.86 प्रतिशत मतदान हुआ। सिन्हा ने बताया कि जम्मू कश्मीर में मतदान के दौरान हिंसा या अन्य कोई शिकायत नहीं मिली है।
इस चरण में बिहार की पांच सीटों पर शाम छह बजे तक 59.95 प्रतिशत मतदान हुआ। इन सीटों पर 2014 के चुनाव की तुलना में 5.13 प्रतिशत की कमी आयी है।
इस चरण में छत्तीसगढ़ की सात सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में 4.49 प्रतिशत कमी के साथ 64.68 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं असम की चार सीटों पर 70.05 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां भी पिछले चुनाव की तुलना में 1.69 प्रतिशत की कमी आयी है।
कर्नाटक की 14 सीटों पर 60.97 प्रतिशत, केरल की सभी 20 सीटों पर 69.02 प्रतिशत और त्रिपुरा की एक सीट पर 71.45 प्रतिशत मतदान हुआ। पूर्वी त्रिपुरा सीट पर 18 अप्रैल को प्रस्तावित मतदान तीसरे चरण के लिये स्थगित कर दिया गया था।
इसके अलावा महाराष्ट्र की 14 सीटों पर शाम छह बजे तक 55.65 प्रतिशत और गोवा की सभी दो सीटों पर 70.97 प्रतिशत मददान हुआ। तीसरे चरण में ओडिशा की छह सीटों पर 57.86 प्रतिशत मतदान हुआ। यह पिछले दो चरणों में हुये मतदान की तुलना में न्यूनतम है। पहले चरण में राज्य की चार सीटों पर 73.82 प्रतिशत और दूसरे चरण में पांच सीटों पर 72.56 प्रतिशत मतदान हुआ था।
सिन्हा ने बताया कि तीसरे चरण में मतदान सामान्य रूप से शांतिपूर्ण रहा। केरल में 11 मतदाताओं की विभिन्न कारणों से मौत होने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि मौत के यह मामले मतदाताओं के मतदान के लिये आने के दौरान या मतदान कर वापस जाने के दौरान अचानक बीमार होने जैसी वजहों से सामने आये हैं।
उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद संसदीय क्षेत्र में एक मतदाता की हत्या और एक मतदान कर्मी की बीमारी के कारण मौत का मामला सामने आया है। सिन्हा ने स्पष्ट किया कि मृतक मतदानकर्मी ड्यूटी पर नहीं था। वहीं असम के एक मतदान केन्द्र पर मतदान के बहिष्कार की काशिश किये जाने की सूचना मिली है। इसके अलावा केरल में एक मतदान केन्द्र पर ईवीएम के बटन में गड़बड़ी की सूचना मिलने पर मशीन को परीक्षण के बाद बदल दिया गया।