राजिम, 27 फरवरी 2021
पैरी, महानदी और सोंढूर नदी के संगम यानि राजिम तट पर आज शाम 5 बजे 14 दिवसीय राजिम माघी पुन्नी मेले की रंगारंग शुरुआत होने जा रही है। 11 मार्च तक चलने वाले राजिम माघी पुन्नी मेले में रोजाना शाम को ढोलामारू, पण्डवानी सहित विविध सांस्कृतिक रंगों की छटा बिखरेगी। मेले की शुरुआत नन्ही कलाकार आरू साहू की प्रस्तुति से होगी। शाम 7 बजे से उर्वशी साहू कृत मया के संदेश की प्रस्तुति होगी। इसी तरह 11 मार्च महाशिवरात्रि तक चलने वाले राजिम माघी पुन्नी मेला में प्रत्येक दिन दो कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी।
मेले में दूसरे दिन 28 फरवरी को राज्य के लोकप्रिय कलाकार कुलेश्वर ताम्रकर एवं ममता चन्द्राकर द्वारा चिन्हारी की मनमोहक प्रस्तुति दी जायेगी। तीसरे दिन एक मार्च को घनश्याम महानंद और महादेव हिरवानी प्रस्तुति देंगे। दो मार्च को राम वनगमन गीत एवं संगीत की प्रस्तुति डॉ परदेशी राम वर्मा और संजय सुरीला द्वारा, तीन मार्च को राकेश शर्मा एवं रिखी क्षत्रीय, चार मार्च को ढोलामारू के रजनी रजक और सुर श्रृंगार सतरंगी के नीलकमल वैष्णव, पांच मार्च को चेतन देवांगन द्वारा पंडवानी और सुनील सोनी नाईट्स का आयोजन होगा।
छत्तीसगढ़ के तीज-त्यौहारों, मेला-मड़ई और संस्कृति की पहचान देश-दुनिया में है। छह मार्च को कलाकार जाकिर हुसैन और अल्का चन्द्राकर की प्रस्तुति होगी। सात मार्च को राघव म्युजिकल ग्रुप और अनुराग धारा के माध्यम से कविता वासनिक प्रस्तुति देंगे। आठ मार्च को रेखा देवार और सुनील तिवारी के रंगझाझर, नौ मार्च को राम लखन नाच पार्टी के केवल राम और लोकरंग के दीपक चन्द्राकर तथा दस मार्च को लोकमंच के हिम्मत सिन्हा और रंगझरोखा के दुष्यंत हरमुख की प्रस्तुति होगी। 11 मार्च को मेले के समापन समारोह में दिलीप षडंगी द्वारा जगराता एवं भूपेन्द्र साहू के रंग सरोवर का कार्यक्रम होगा।
राजिम मेला में लगेगी 14 विभागों की प्रदर्शनी
राजिम माघी पुन्नी मेला में इस बार भी महत्वपूर्ण विभागों की प्रदर्शनी लगाई जायेगी। धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के निर्देश पर कलेक्टर निलेश क्षीरसागर द्वारा 14 विभागों को निर्देशित किया गया है। यह विभागीय स्टॉल मुख्यमंच के दायीं ओर डोम के पास लगेगी। मेले में विशेष रूप से जिला पंचायत द्वारा शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी तथा अन्य योजनाओं एवं विकास पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी लगाई जायेगी। इनके अलावा स्टॉल लगाकर कृषि विभाग, उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग, उद्योग विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, वन विभाग, रेशम, हस्तशिल्प, मत्स्य, पशुपालन, स्वास्थ्य, पुलिस और जनसंपर्क विभाग द्वारा विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों पर आधारित प्रदर्शनी लगाये जायेंगे।