नई दिल्‍ली, 14 मई 2021

अप्रैल और मई के महीने में कोरोना वायरस संक्रमण के आंकड़े भयावह रहे हैं. वहीं जब से इस महमारी का प्रकोप हुआ है, तब से ही इस पर कई तरह की रिसर्च और अध्‍ययन हो रहे हैं. इसमें इस मामले पर रिसर्च भी शामिल हैं कि किन लोगों में संक्रमण का खतरा ज्‍यादा है. काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंटस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) ने अपनी रिसर्च में दावा किया है कि बाकी ब्लड ग्रुप्स की तुलना में AB और B ब्लड ग्रुप के लोग कोरोना से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं.

सक्रिय मामले हुए कम

Active cases reduced

डब्‍ल्‍यूएचओ ने जताई चिंता

WHO expressed concern

कोविड से मौतों और शवों के अंतिम संस्‍कार से जुड़ी ऐसी खबरों के बीच डब्‍ल्‍यूएचओ ने भारत में हो रही मौतों पर चिंता जताई है. संगठन की चीफ साइंटिस्‍ट डॉ. सौम्‍या स्‍वामीनाथन ने कहा है कि सरकार को कोविड-19 के असल आंकड़े बताना चाहिए.

हालांकि, देश में कोविड रिकवरी रेट का फिर से बढ़ता होना राहत देने वाला है. बीते 24 घंटे में सक्रिय मामलों की संख्या करीब 25 हजार तक कम हुई है.

नदियों में बहती मिल रहीं हैं लाशें

Dead Body found in rivers

देश में कहर बरपा रही कोरोना की दूसरी लहर के चलते हालात बहुत खराब हैं. एक ओर अस्‍पतालों में जगह नहीं है. वहीं ऑक्‍सीजन और कोविड वैक्‍सीन का संकट भी है. दिन-रात चिताएं जल रही हैं. यहां तक कि अब तो नदियों में दर्जनों लाशें बहती दिख रही हैं. यूपी और बिहार में ऐसे मामले सामने आए हैं.

बड़े पैमाने पर हो सर्वे

Large scale survey needed

इंफेक्‍शन को रोकती है वेजिटेरियन डाइट

Vegetarian diet prevents infection

हाई फाइबर वाली डाइट एंटी-इन्फ्लेमेटरी होती है, यह इंफेक्‍शन को शरीर पर हमला करने से रोकती है. यदि इंफेक्शन हो भी जाए तो मरीज की हालत गंभीर होने से बचा सकती है.

नॉनवेजिटेरियन को खतरा ज्‍यादा

Nonvegetarians more at risk for coronavirus

देशभर में हुए सीरोपॉजिटिव सर्वे पर आधारित CSIR की इस रिपोर्ट में कहा गया है  कि शाकाहारी लोगों की तुलना में मांस खाने वाले लोगों (Non-Vegetarians) में कोविड-19 का जोखिम ज्‍यादा है. यह रिसर्च देशभर के करीब 10 हजार लोगों के सैंपल पर आधारित है.  140 डॉक्टर्स की एक टीम ने इनका विश्‍लेषण करने पर पाया कि वेजिटेरियन डाइट में हाई फाइबर होने के कारण शाकाहारियों में संक्रमण कम हुआ है.

O ब्लड ग्रुप वालों पर महामारी का असर कम

Coronavirus infection less in O blood group people

सीएसआईआर ने अपनी रिसर्च में उस ब्‍लड ग्रुप के बारे में भी बताया है, जिस पर कोरोना का असर सबसे कम हुआ है. रिसर्च के मुताबिक O ब्लड ग्रुप के ज्यादातर मरीज या तो एसिम्प्टोमैटिक पाए गए हैं या फिर उनमें बेहद हल्के लक्षण देखे गए हैं.

CSIR के इस सर्वे पर सीनियर फीजिशियन डॉ. एसके कालरा कहते हैं, ‘ये केवल सर्वेक्षण का एक नमूना है. साइंटिफिक रिसर्च पेपर नहीं है जिसका रिव्यू हुआ है. लिहाजा वैज्ञानिक समझ के बिना विभिन्न ब्लड ग्रुप के लोगों में संक्रमण की दर कैसे तय की जा सकती है. O ब्लड ग्रुप के लोगों में संक्रमण से लड़ने के लिए बेहतर इम्यूनिटी होती है, ये कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी. लिहाजा इसके लिए बड़े पैमाने पर सर्वे होना चाहिए.’

संक्रमितों में AB ब्लड ग्रुप वाले सबसे ज्‍यादा

Coronavirus infection more in AB blood group people

सर्वे में सामने आया है कि कोरोना संक्रमित होने वालों में सबसे ज्‍यादा लोग AB ब्लड ग्रुप वाले हैं. इसके बाद कोरोना संक्रमित होने वालों में दूसरा नंबर B ब्लड ग्रुप का है.

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