रायपुर, 21 मई 2021

छत्तीसगढ़ के गौठानों में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीद कर बनाई जा रही सुपर कम्पोस्ट खाद को बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने आज गोबर से निर्मित उच्च जैविक गुणों से भरपूर सुपर कम्पोस्ट खाद को 6 रुपये प्रति किलो की दर से किसानों को बेचने के लिए लॉंच किया है।

सुपर कम्पोस्ट खाद लॉच

सहकारी समितियों से 2 किलो, 5 किलो और 30 किलो के बैग में ये खाद किसानों को बेची जाएगी। गौठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ सुपर कम्पोस्ट खाद भी बनाई जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने  गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को 3 करोड़ 6 लाख रूपए की लाभांश राशि का अंतरण किया।

राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर भूपेश सरकार ने किसान न्याय योजना की पहली किश्त में किसानों के खातों में भेजे 1500 करोड़, 4 किश्तों में किसानों को होगा 5,597 करोड़ का भुगतान।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गोधऩ न्याय योजना से मिली मजबूती

राज्य में पशुधन संरक्षण, ग्रामीणों, पशुपालकों और किसानों को अतिरिक्त आय के साथ -साथ जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 20 जुलाई 2020 को गोधन न्याय योजना की शुरूआत की गई थी। इस योजना के तहत् गौठानों में 2 रूपए किलो की दर से गोबर क्रय कर महिला समूहों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पाद तैयार करने के शुरूआत की गई। राज्य में निर्मित 5586 गौठानों में अब तक 47.65 लाख क्विंटल गोबर क्रय किया जा चुका है।

18+ के लिए छत्तीसगढ़ को मिलीं 7 लाख 97 हजार 110 डोज़, अब तक 6 लाख 66 हजार 101 लोगों को लगा टीका, सवा लाख डोज के वैक्सिनेशन का काम जारी।

वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट खाद एक ही जगह

इसकी एवज में गोबर विक्रेताओं को 95 करोड़ 31 लाख रूपए का भुगतान किए गए हैं। गौठानों में अब तक 2 लाख 26 हजार 316 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन तथा एक लाख 21 हजार 172 क्विंटल खाद का विक्रय किसानों एवं शासकीय विभागों को किया गया है। गौठानों में अब महिला स्व सहायता समूहों द्वारा सुपर कम्पोस्ट खाद भी तैयार की जाने लगी है। गौठानों में संचालित विभिन्न आय मूलक गतिविधियों से स्व सहायता समूहों को अब तक 18 करोड़ 64 लाख रूपए की आय प्राप्त हुई है।

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