नई दिल्ली, 2 सितंबर 2022

बॉलीवुड के ‘खिलाड़ी कुमार’ यानी एक्टर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) अपनी अपकमिंग फिल्मों को लेकर सुर्खियों में हैं. 2 सितंबर को उनकी फिल्म’कठपुतली’ भी ओटीटी पर रिलीज होने के लिए तैयार है. इस बीच अक्षय कुमार अपने अगले प्रोजेक्ट ‘राम सेतु’ (Ram Setu) पर व्यस्त है, लेकिन फिल्म पूरी होने से पहले ही विवादों में आ गई है.

पूर्व राज्यसभा सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने अक्षय कुमार, एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज और ‘राम सेतु’ के निर्माताओं को कानूनी नोटिस भेजा. इस सिलसिले में सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट कर के भी जानकारी दी.

अपने ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ‘मुंबई सिनेमा (या कहें पान की मां) वाले लोगों को मिथ्याकरण और दुर्विनियोजन की बुरी आदत है. इसलिए उन्हें बौद्धिक संपदा अधिकार सिखाने के लिए, मैंने सत्य सभरवाल एड के माध्यम से सिने अभिनेता अक्षय कुमार (भाटिया) और उनके 8 अन्य लोगों को राम सेतु गाथा को विकृत करने के लिए कानूनी नोटिस जारी किया है.’

अपने एक दूसरे ट्वीट में बीजेपी नेता ने कहा, ‘यह हास्यजनक है कि ‘राम सेतु’ पवित्र कथा को गढ़ने के लिए ‘सिनेमा’ अभिनेता और साथियों को कानूनी नोटिस भेजने पर ट्वीट किया जाता है. श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम और विष्णु अवतार हैं. राम के सीता के प्रति प्रेम को कलंकित नहीं किया जा सकता.

सुब्रमण्यम स्वामी के वकील सत्य सबरवाल ने कानूनी नोटिस में कहा, ‘मेरे मुवक्किल ने 2007 में ‘राम सेतु’ के संरक्षण और सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सफलतापूर्वक तर्क दिया था और भारत सरकार के सेतुसमुद्रम शिप चैनल प्रोजेक्ट का विरोध किया था, जिसमें ‘राम सेतु’ को तोड़ने की परिकल्पना की गई थी. ‘राम सेतु’ हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है. 31 अगस्त, 2007 को सर्वोच्च न्यायालय ने राम सेतु को गिराने या क्षतिग्रस्त करने की किसी भी योजना के खिलाफ स्थगन आदेश पारित करने की कृपा की. यह इस आधार पर था कि आस्था और पूजा एक संवैधानिक अनिवार्यता है.

0Shares
loading...

You missed