रायपुर, 28 सितंबर 2022
(Shardiya Navratri 2022) मान्यता है कि ऐसा करना शुभ होता है और इससे मां दुर्गा अतिप्रसन्न होती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय कुछ सावधानियां बरतनी बेहद जरूरी होती हैं?
दुर्गा सप्तशती में कुल 13 अध्याय हैं और इन अध्यायों में मां दुर्गा के तीन चरित्रों के बारे में बताया गया है. कहा जाता है कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है. लेकिन इसका पाठ करने के लिए नियम होते हैं जिनका पालन करना बेहद ही जरूरी होता है. आइए जानते हैं दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए.
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
दुर्गा सप्तशती का पाठ उस व्यक्ति को अवश्य करना चाहिए जिसने नवरात्रि में अपने घर में कलश की स्थापना की है.
ध्यान रखें कि दुर्गा सप्तशती का पाठ कभी भी पुस्तक को हाथ में लेकर नहीं करना चाहिए. इसके लिए धार्मिक पुस्तक रखने वाला स्टैंड या चैकी का इस्तेमाल करना चाहिए.
दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय पहले चावल व कुमकुम से पुस्तक की पूजा करनी चाहिए. इसके बाद ही पाठ आरंभ करना चाहिए.
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और मां दुर्गा का मन में ध्यान करें.
दुर्गा सप्तशती का पाठ हमेशा धीरे-धीरे और स्पष्ट उच्चारण के साथ ही करना चाहिए. कभी भी इस पाठ को तेज आवाज में नहीं पढ़ना चाहिए.